स्वतंत्रता संग्राम सेनानी माधो सिंह जंगपांगी की मूर्ति का हुआ अनावरण
डीडीहाट क्षेत्र के प्रमुख स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. माधो सिंह जंगपानी की मूर्ति का अनावरण शुक्रवार को हुआ।
संवाद सूत्र, डीडीहाट : क्षेत्र के प्रमुख स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. माधो सिंह जंगपानी की मूर्ति का तहसील वार्ड में अनावरण किया गया। इस मौके पर नगर को बुजुर्गों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नगरपालिका परिषद अध्यक्ष कमला चुफाल थी। उन्होंने कहा कि सेनानी माधो सिंह जंगपांगी का जीवन देश के लिए समर्पित था। आजादी से पूर्व्र उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत से लोहा लिया तो आजादी के बाद समाज उत्थान के लिए प्रयासरत रहे। स्व. माधो सिंह जंगपांगी का जन्म वर्ष 1900 में जोहार के बुर्फू गांव में हुआ था। उनका कार्य क्षेत्र डीडीहाट रहा। अंग्रेजी शासन के खिलाफ चले आंदोलन के दौरान उन्होंने सीमांत में अंग्रेजी हुकुमत के खिलाफ शंखनाद किया। डीडीहाट के गांव-गांव जाकर जनचेतना और जनआंदोलन की भूमिका तैयार की।
अंग्रेजी सरकार ने उन्हें 1941 में गिरफ्तार किया और छह माह की सजा और 20 रु पये का जुर्माना लगाया। उन्हें अल्मोड़ा और मुरादाबाद जेल में रखा गया। जहां पर कठोर यातनाएं दी गई । 11 मार्च 1941 से अक्टूबर 1941 तक वह जेल रहे। भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान फिर से छह माह की सजा हुई। 10 क्टूबर 1942 से 27 फरवरी 1943 तक उन्हें गिरफ्तार कर अल्मोड़ा जेल में रखा गया। 30 रु पये जुर्माना नहीं भरने पर एक माह का अतिरिक्त सजा दी गई। 1947 में देश की आजादी के बाद वह सामाजिक चेतना, जातिवाद, अस्पृश्यता, मद्यपान और महिला सशक्तीकरण के लिए जनचेतना जगाते रहे। 18 फरवरी 1975 बसंती पंचमी के दिन उन्होंने निवास स्थान डीडीहाट में अंतिम सांस ली।
मूर्ति अनावरण के दौरान उनके पुत्र पूर्व डीजी केरल केएस जंगपांगी, पौत्री भूमिका, मोहन सिंह मर्तोलिया, अधिवक्ता रघुनाथ सिंह चौहान, पूर्व प्रधानाचार्य दुष्यंत पांगती, पूर्व पालिकाध्यक्ष कवींद्र साही, सभासद कवींद्र साही, पूरन टोलिया, कुंडल कन्याल आदि मौजूद्र रहे। कार्यक्रम का संचालन संजू पंत ने किया।