स्वास्थ्य सेवा में सुधार की मांग को लेकर राज्य आंदोलनकारियों का धरना
क्षेत्र की बदहाल चिकित्सा सेवाओं में सुधार की मांग को राज्य आंदोलनकारियों ने जौलजीबी में धरना दिया।
जौलजीबी, जेएनएन: क्षेत्र की बदहाल चिकित्सा सेवाओं में सुधार और सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी को एम्स की तर्ज पर विकसित करने की मांग को लेकर नेपाल सीमा से लगे जौलजीबी में एक दिवसीय धरना दिया गया। राज्य आंदोलनकारियों की पहल पर चले एक दिवसीय धरने में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।
राज्य आंदोलनकारी मोहन पाठक की अगुवाई में चले धरना कार्यक्रम में बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों की चिकित्सा व्यवस्था बदहाल हो चुकी है। चिकित्सालय चिकित्सकविहीन हैं। अस्पताल मात्र रेफरल सेंटर बने हुए हैं। सरकार इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा नहीं रही है। कुमाऊं के सबसे बड़े सुशीला तिवारी अस्पताल का अपग्रेड होना आवश्यक है। इस मौके पर एसटीएच को एम्स की तर्ज पर विकसित करने की मांग की गई।
धरना देने वालों में सामाजिक कार्यकर्ता शकुंतला दताल, व्यापार मंडल अध्यक्ष धीरेंद्र धर्मशक्तू, जानकी बरफाल, खगेंद्र अवस्थी ,बंसती दास, भूपी चंद,कमल बिष्ट, इनायत हुसैन, सादाब हुसैन, उपेन पाल, ललित पाल, ग्राम प्रधान दूतीबगड़ पुष्पा देवी, भूपाल चंद आदि उपस्थित थे। ======== सुखी ठंड से जिले के लोग हलकान, तेजी से बढ़ रहे हैं मरीज पिथौरागढ़: सीमांत जिले में सुखी ठंड लोगों के लिए आफत बन गई है। तमाम लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। जिला चिकित्सालय में हर रोज 300 मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। एक सप्ताह पूर्व यह आंकड़ा 100 के आस-पास था।
नवंबर के अंतिम सप्ताह तक भी शीतकालीन बारिश नहीं हुई है। जिला मुख्यालय में पिछले दो माह से बारिश की बूंद नहीं गिरी है। शुष्क मौसम के चलते अब बीमारियां तेजी से पांव पसार रही है। हर आयु वर्ग के लोग सर्दी- जुकाम, खांसी और बुखार की चपेट में आ रहे हैं। बुजुर्ग और छोटे बच्चों को मौसम ज्यादा परेशान कर रहा है। जिला चिकित्सालय में पहुंच रहे अधिकांश मरीज इन्हीं बीमारियों से पीड़ित हैं। ========= बचाव के लिए ये करें 1. गर्म पानी का उपयोग
2. सीट्रिक फलों का सेवन
3. ताजा और सुपाच्य भोजन
4. नियमित व्यायाम ======== बारिश नहीं होने से मौसम स्वास्थ की दृष्टि से प्रतिकूल है। इस मौसम में विशेष सावधानी की जरू रत है। बच्चों और बुजुर्गो को गर्म कपड़े पहनाने के साथ ही स्वास्थ संबंधी आने पर चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लें।
- डा.एसएस कुंवर, वरिष्ठ फिजीशियन, जिला चिकित्सालय