Move to Jagran APP

उच्च हिमालय में 13 हजार फीट से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर हुआ हिमपात, आइटीबीपी जवानों को निकालने के लिए मौसम खुलने का इंतजार

13 हजार फीट ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रविवार को हिमपात हुआ। वहीं रिलकोट में फंसे आइटीबीपी के जवानों को निकालने के लिए मौसम खुलने का इंतजार किया जा रहा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Dec 2019 11:07 PM (IST)Updated: Mon, 23 Dec 2019 06:16 AM (IST)
उच्च हिमालय में 13 हजार फीट से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर हुआ हिमपात, आइटीबीपी जवानों को निकालने के लिए मौसम खुलने का इंतजार
उच्च हिमालय में 13 हजार फीट से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर हुआ हिमपात, आइटीबीपी जवानों को निकालने के लिए मौसम खुलने का इंतजार

पिथौरागढ़, जेएनएन : रिलकोट में फंसे भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों और पोटर्स को निकालने के लिए उच्च हिमालय में मौसम साफ रहने की प्रतीक्षा की जा रही है। उच्च हिमालय में तेरह हजार फीट से अधिक की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में प्रतिदिन सुबह हिमपात हो रहा है।

loksabha election banner

मुनस्यारी के उच्च हिमालय की रिलकोट चौकी में आठ जवान और सात पोटर्स फंसे हैं। यहां पर भारी बर्फ होने के कारण नीचे आ पाना संभव नहीं हो रहा है। ऊपर से क्षेत्र में शनिवार को हुए हिमपात से सात फीट बर्फ जमी है। मौसम को देखते हुए जवानों को निकालने के लिए आइटीबीपी और जिला प्रशासन ने वायु सेना से हेलीकॉप्टर की मांग की है। जवानों और पोटर्स को हेलीकॉप्टर से मुनस्यारी या पिथौरागढ़ लाया जाएगा। उच्च हिमालय में अभी मौसम अनुकूल नहीं बना है।

आइटीबीपी के उप महानिरीक्षक बरेली रेंज एपीएस निंबाडिया ने बताया कि उच्च हिमालय के मौसम पर नजर रखी जा रही है। जहां पर प्रतिदिन सुबह तेरह हजार फीट से अधिक की ऊंचाई पर हिमपात हो रहा है। हालाकि रिलकोट 13 हजार फीट से कम ऊंचाई पर है परंतु सुबह होने वाले हिमपात के चलते कार्य नहीं हो सकता है। बल मौसम पर निगाह रखे है जिस समय मौसम साफ मिलेगा जवानों को रिलकोट से लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मिलम, कुटी, कालापानी आदि स्थानों पर सुबह हिमपात हो रहा है। रविवार को मौसम साफ रहा। मुनस्यारी का न्यूनतम तापमान माइनस एक डिग्री और अधिकतम तापमान दस डिग्री रहा। धारचूला में सोबला-दारमा मार्ग यातायात लिए 11वें दिन भी बंद रहा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.