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खनन क्षेत्र में सुरक्षात्मक कार्य में बाधा डाले जाने से ग्रामीण खफा

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय से 14 किमी दूर जाखपंत ग्राम पंचायत के बाननी, ननीगाड़ा,

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Jan 2019 03:23 PM (IST)Updated: Sun, 13 Jan 2019 11:46 PM (IST)
खनन क्षेत्र में सुरक्षात्मक कार्य में बाधा डाले जाने से ग्रामीण खफा
खनन क्षेत्र में सुरक्षात्मक कार्य में बाधा डाले जाने से ग्रामीण खफा

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय से 14 किमी दूर जाखपंत ग्राम पंचायत के बाननी, ननीगाड़ा, ढाण क्षेत्र में स्वीकृत गूल निर्माण, चैकडेम व सुरक्षा दीवार कार्य को लेकर की जा रही शिकायत से जनता नाराज है। ग्रामीणों ने कहा है कि कार्य नहीं मिलने से नाराज वन सरपंच और एक बाहरी व्यक्ति इन कार्यों में व्यवधान पैदा कर खुद कार्य करने के लिए राजनीति कर रहे हैं। ग्रामीणों ने सुरक्षात्मक कार्य में बाधा डाले जाने पर इसके खिलाफ सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है।

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जाखपंत ग्राम पंचायत के तोक बाननी, दाण में आधा दर्जन स्थल खनन क्षेत्र हैं। जिसमें चार स्थल बाननी और दो स्थल ढाण में हैं। इस मामले को लेकर बीते दिनों क्षेत्र के दो लोगों द्वारा डीएम से भेंट कर शिकायत की गई थी। इसकी भनक लगते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि शिकायत करने वाले दो लोगों में एक प्रधान चुनाव में पराजित प्रत्याशी तो दूसरा होमगार्ड में नौकरी करने वाला है। विरोध करने वाला एक व्यक्ति को खनन प्रभावित क्षेत्र का निवासी भी नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि पराजित प्रधान प्रत्याशी का साथी चुनाव के दौरान उसका प्रचारक था। बाननी के ग्रामीणों द्वारा वोट नहीं दिए जाने से दोनों खार खाए हैं और बदले की भावना रखते हुए अब गांव में विकास कार्यो का विरोध कर रहे हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि बाननी, ननिगाड़ ढाण में पूर्व में हुए खनन से खतरा बना है। जिसे देखते हुए ग्राम प्रधान द्वारा सुरक्षात्मक कार्य के प्रस्ताव डीएम को दिए थे। इन प्रस्तावों के तहत खनन फाउंडेशन से खनन प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षात्मक एवं विकास के लिए लघु सिंचाई विभाग द्वारा गूल, सुरक्षा दीवार और चैक डैम की निविदा लगाई गई । इस निविदा पर वन सरपंच फकीर सिंह ने इस कार्य को वन पंचायत को देने को देने के लिए पत्र सौंपा। जिलाधिकारी ने वन पंचायत के पास तकनीकी स्टाफ नहीं होने से इस कार्य को लघु सिंचाई विभाग द्वारा कराए जाने के आदेश दिए।

ग्रामीणों का आरोप है कि वन सरपंच द्वारा पूर्व में स्वैप, जलागम का विरोध किया गया फिर खुद कार्य किया । बाद में जलागम में कोषाध्यक्ष बन क्षेत्र विशेष में कार्य किया। तब खनन का विरोध किया और विकास का विरोध किया जा रहा है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पत्र भेज कर खनन क्षेत्र में स्वीकृत कार्यो में खनन क्षेत्र से बाहर के लोगों को दूर रखने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में हुए खनन से क्षेत्र प्रभावित है यहां पर सुरक्षा के लिए हो रहे कार्य प्रभावित करने वालों को रोका जाए । ग्रामीणों ने इसे मात्र राजनीतिक द्वेष बताया है।

बाननी, ननिगाड़ ढाण के खनन प्रभावित क्षेत्र में विभाग द्वारा गूल, सुरक्षा दीवार और चैक डैम के प्रस्ताव पारित कर कार्य किया जा रहा है। जिसकी निविदा लगाई गई थी। बाननी का कार्य पूरा हो चुका है। ननिगाड़, ढाण का कार्य अभी तक प्रारंभ नहीं हुआ है जिसके लिए ठेकेदार को नोटिस भेज दिया गया है।

प्रदीप नेगी अपर सहायक अभियंता, लघु सिंचाई विभाग


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