पिथौरागढ़ के मूनाकोट विकास खंड कार्यालय में बवाल
पिथौरागढ़ के विकास खंड कार्यालय मूनाकोट में सोमवार का दिन विवादों का रहा।
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : विकास खंड कार्यालय मूनाकोट में सोमवार का दिन विवादों का रहा। खंड विकास अधिकारी ने प्रमुख पति पर अपना गिरहबान पकड़ जान से मारने की धमकी का आरोप लगाया है। वहीं, दूसरे पक्ष ग्राम प्रधान संगठन ने भी बीडीओ पर अनुसूचित जाति जनजाति उत्पीड़न के आरोप की तहरीर पुलिस को दी है। जिलाधिकारी ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद कार्यवाही की बात की है।
बीडीओ जीएस बिष्ट की पुलिस में दी गई तहरीर के अनुसार सोमवार दोपहर को सोनू नामक व्यक्ति कार्यालय में आया और प्रमुख पति जीवन वल्दिया के मजदूरों के लिए कार्यालय में आवास की बात करने लगा। मना किए जाने पर उसने जीवन वल्दिया से अपने मोबाइल पर बात कराई। इस दौरान उन्होंने बाहरी लोगों को कार्यालय में आवास नहीं दिए जाने की बात बताई। इस पर जीवन वल्दिया ने फोन पर ही अभद्रता की। दिन के एक बजे जीवन वल्दिया चार पांच लोगों के साथ उनके कार्यालय में पहुंचा। कक्ष में घुस गाली गलौज करते बीडीओ का गिरहबान पकड़ लिया और मोबाइल छीन कर दरवाजा बंद कर दिया। बीडीओ के शोर मचाने और दरवाजे से बाहर निकलने के दौरान अंगुली में अंगूठी से कट लग गया। जिला मुख्यालय आने के लिए वाहन में बैठने पर वाहन से आगे खडे़ होकर दुबारा इस विकास खंड में नहीं आने की चेतावनी देते हुए जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने सरकारी कार्यो में बाधा डालने, जान से मारने की धमकी पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
दूसरी तरफ जिला ग्राम प्रधान संगठन इस मामले में आगे आ चुका है । संगठन के सदस्य ग्राम प्रधान गैना विजय कुमार ने खंड विकास अधिकारी पर अपने साथ अभद्रता और जातिसूचक शब्द कहने का आरोप लगाते हुए जाजरदेवल थाने में तहरीर दी है। विजय कुमार का ने तहरीर में कहा है कि उनकी पंचायत के कार्य अटके हैं। बार -बार मांग करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने अपनी बात ब्लॉक प्रमुख के सम्मुख रखी । सोमवार को वह फिर बीडीओ से मिले । इस मौके पर प्रमख के पति सांसद प्रतिनिधि जीवन वल्दिया भी साथ थे। कार्यों के बारे में बात करने से भड़के बीडीओ ने उनके और सांसद प्रतिनिधि जीवन वल्दिया के साथ गाली गलौच और अभद्रता की और उन्हें जातिसूचक अपशब्द कहे।
प्रधान संगठन ने जिलाध्यक्ष श्याम सुंदर सौन के नेतृत्व में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि बीडीओ की हठधर्मिता इस कदर बढ़ चुकी है कि जनप्रतिनिधियों पर झूठे आरोप लगा कर उत्पीड़न करने पर उतर आए हैं। संगठन ने जिलाधिकारी से इस मामले की जांच कर कार्यशैली में सुधार लाने के लिए निर्देशित करने की मांग की है। किसी भी जनप्रतिनिधि का उत्पीड़न होने पर पंचायत प्रतिनिधियों के सड़कों पर उतरने की धमकी दी है। प्रमुख पति के खिलाफ आरोपों को झूठ बताया है।
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विकास खंड कर्मियों ने विकास भवन पर किया प्रदर्शन सोमवार दिन की घटना के बाद विकास खंड कर्मी भड़क गए । विकास खंड से जिला मुख्यालय पहुंचे अधिकारियों और कर्मचारियों ने विकास भवन के सम्मुख प्रदर्शन किया। इस मामले में तत्काल कार्यवाही करते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई। विकास खंड कर्मचारियों का आरोप है कि इस घटना को लेकर उनके साथ भी अभद्रता की गई और विकास खंड कार्यालय बंद हो गया। विकास खंड कर्मियों ने जिलाधिकारी से सुरक्षा की गुहार लगाई है और बिना सुरक्षा के कार्य कर पाने में असमर्थता जताई है। वर्जन
मामले में दोनों पक्षों को सुना जाएगा। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ पुलिस में तहरीर दी है। जिसके चलते दोनों पक्षों को सुना जाना आवश्यक है। ग्राम प्रधान संगठन ने अपना पक्ष उनके सम्मुख रखा है और अब दूसरे पक्ष को बुलाया जा रहा है। इस तरह की घटनाएं न घटे इसे लेकर दोनों को सुनने के बाद कार्यवाही की जाएगी।
आनंद स्वरू प, जिलाधिकारी