एक माह से बंद पड़ी पांखू-नौलड़ा सड़क, आक्रोश
पांखू-चौसाला-नौलड़ा सड़क पिछले एक माह से बंद होने पर जनाक्रोश भड़क उठा।
संवाद सूत्र, थल : पांखू-चौसाला-नौलड़ा सड़क पिछले एक माह से बंद पड़ी है। सड़क बंद होने से दर्जन भर गांवों के ग्रामीण परेशान हैं। शिकायत के बाद भी सड़क खोलने के लिए पहल नहीं होने से खिन्न ग्रामीणों ने शनिवार को पीएमजीएसवाई और ठेकेदार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पांखू नौलड़ा सड़क से अघौली, दड़मोली, सुनेती, आमथल, गुरौला, थंगोली सहित दर्जन भर गांव जुड़े हैं। पिछले दिनों हुई बारिश से तमाम पेड़ सड़क पर गिरे हैं। कई स्थानों पर मलबा आ गया है। आमथल के बीच सड़क की स्थिति बेहद खराब है। सड़क बंद होने से गर्भवती महिलाओं को डोली में अस्पतालों तक पहुंचाया जा रहा है। पिछले एक माह से सरकारी राशन गांवों तक नहीं पहुंचा है। परेशान लोग कई बार सड़क सुधारीकरण की मांग पीएमजीएसवाई से कर चुके हैं, लेकिन विभाग ने अब तक कोई पहल नहीं की है।
खिन्न क्षेत्रवासियों ने शनिवार को पीएमजीएसवाई और ठेकेदार के खिलाफ प्रदर्शन कर आक्रोश जताया। क्षेत्रवासियों ने कहा कि शीघ्र सड़क नहीं खोली गई तो ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। प्रदर्शन करने वालों में मुन्ना जोशी, बसंत लोहनी, गोपाल राम, राजू लोहनी, राहुल चंद, शेखर बिष्ट, विनोद राम, मनीष कुमार आदि शामिल थे। ========== स्वीकृति के बाद भी शुरू नहीं हुआ हलियाडोब-लछीमा-नाचनी सड़क का काम
बेरीनाग: आठ माह पूर्व स्वीकृत हो चुकी हलियाडोब-लछीमा- नाचनी सड़क का निर्माण अब तक शुरू नहीं हो सका है। सड़क का निर्माण शुरू नहीं होने से खिन्न क्षेत्रवासियों शनिवार को पीडब्लूडी कार्यालय पहुंचे। क्षेत्रवासियों ने शीघ्र निर्माण शुरू नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर पाठक ने कहा है कि हलियाडोब-लछीमा- नाचनी सड़क की स्वीकृति आठ माह पूर्व मिल चुकी है। 10 किमी. लंबी इस सड़क की स्वीकृति के बाद सर्वे का कार्य होना था, लेकिन विभाग ने अब तक सड़क की सर्वे ही शुरू ही नहीं की है। क्षेत्र के लोग आठ माह से सर्वे का इंतजार कर रहे हैं।
्रशनिवार को पीडब्लूडी कार्यालय पहुंचे क्षेत्रवासियों ने ईई के सामने सड़क निर्माण का मामला रखा और शीघ्र सड़क बनाए जाने की मांग की। ईई ने बताया कि सड़क सर्वे के लिए प्रक्रिया गतिमान है। ईई से मिलने वालों में भाजपा मंडल अध्यक्ष धीरज बिष्ट, सहकारी बैंक के उपाध्यक्ष नरेंद्र रौतेला, रवींद्र सिंह आदि शामिल थे। ईई से मिलने के बाद क्षेत्रवासियों ने कहा कि शीघ्र सड़क का निर्माण नहीं होता है तो ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।