दिनेश के स्ट्राबेरी बगीचे को देखने कोट्यूड़ा गांव पहुंचे परियोजना निदेशक
कोट्यूड़ा के दिनेश के स्ट्राबेरी के बगीचे को देखने गुरुवार को परियोजना निदेशक भ्भी गांव पहुंचे।
संवाद सूत्र, नाचनी (पिथौरागढ़) : विकास खंड मुनस्यारी के तल्ला जोहार के दूरस्थ गांव कोट्यूड़ा निवासी दिनेश सिंह के खेतों देखने परियोजना निदेशक कुमाऊं क्षेत्र मंडल हल्द्वानी ग्राम्या फेज टू दिनेश के गांवों तक पहुंचे। पहली बार जिले में स्ट्राबेरी की खेती का निरीक्षण किया।
कोट्यूड़ा गांव निवासी दिनेश सिंह ने गांव में बंजर पड़ी भूमि को अपनी आजीविका का साधन बनाया है। बंजर भूमि को खोदकर उसमें सबसे पहले नींबू प्रजाति के फलों का उत्पादन किया। इसके बाद फूलों की खेती कर अपनी आजीविका के साधन बढ़ाए। अपने दम पर कुछ नया कर गुजरने वाले दिनेश सिंह के कार्यों को देखते हुए उद्यान विभाग के अधिकारी उसके खेतों तक पहुंचे और उसकी मेहनत को देखते हुए उसे एक पॉलीहाउस दिया। दिनेश की मेहनत रंग लाई तो ग्राम्या विभाग भी दिनेश को प्रोत्साहित करने लगा।
बीते दिनों दैनिक जागरण ने दिनेश के संघर्ष और उसकी उपलब्धि को लेकर समाचार प्रकाशित किया। जागरण की खबर का असर यह रहा कि अब तक जिला स्तर के अधिकारी उसके खेतों तक पहुंचते थे अब परियोजना निदेशक कुमाऊं क्षेत्र हल्द्वानी से डा. जीए खाती कोट्यूड़ा गांव पहुंचे। गांव पहुंचने के बाद उन्होंने आदर्श काश्तकार बन चुके दिनेश सिंह के बागान, मत्स्य टैंक, फूलों की खेती के साथ अब प्रारंभ की गई स्ट्राबेरी की खेती का निरीक्षण किया। जिले में अभी तक व्यापक रू प से स्ट्राबेरी की खेती नहीं हो रही है। दिनेश सिंह पहला काश्तकार है बड़े पैमाने पर इसकी खेती प्रारंभ कर चुका है।
दिनेश सिंह की मेहनत को परियोजना निदेशक ने सराहा और ग्राम्या के तहत सहयोग का आश्वासन दिया। दिनेश सिंह की इस पहल के बाद लाक डाउन के दौरान गांव लौटे अन्य युवा भी प्रेरित होकर दिनेश की तर्ज पर ही गांव में स्वरोजगार करने लगे हैं। परियोजना निदेशक के साथ उप परियोजना निदेशक ग्राम्या फेज टू पिथौरागढ़, सुरेश सजवान यूनिट अधिकारी थल, अनिल टम्टा यूनिट अधिकारी नाचनी थे।