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पिथौरागढ़ में मतदान कार्मिकों ने सीखीं मतदान की बारीकिया

मतदान कार्मिकों का प्रशिक्षण शुक्रवार को पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय में शुरू हुआ।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Jan 2022 10:45 PM (IST)Updated: Fri, 14 Jan 2022 10:45 PM (IST)
पिथौरागढ़ में मतदान कार्मिकों ने सीखीं मतदान की बारीकिया
पिथौरागढ़ में मतदान कार्मिकों ने सीखीं मतदान की बारीकिया

संस, पिथौरागढ़ : मतदान कार्मिकों का प्रशिक्षण शुक्रवार को जिला मुख्यालय में शुरू हुआ। 17 जनवरी तक चलने वाले प्रशिक्षण में चारों विधानसभा क्षेत्रों के लिए तैनात किए गए कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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शुक्रवार को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पिथौरागढ़ विधानसभा के 254 पीठासीन, 217 प्रथम मतदान अधिकारी, चार जोनल मजिस्ट्रेट, 24 सेक्टर मजिस्ट्रेट को प्रशिक्षण दिया गया। मतदाता कार्मिकों को माक पोल, मतदान प्रारंभ कराने, मतदान समाप्ति के बाद की व्यवस्थाओं की जानकारी दी गई। चुनाव प्रक्रिया के दौरान गोपनीयता बनाए रखने की जानकारी भी कार्मिकों दी गई। कार्मिकों ने ईवीएम और वीवीपैट संचालन का व्यवहारिक प्रशिक्षण हासिल किया। प्रशिक्षण में मौजूद मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, उप जिला निर्वाचन अधिकारी फिचा राम चौहान, आरओ अनुराग आर्य ने कार्मिकों से कहा कि वे अपनी शंकाओं का समाधान प्रशिक्षण के दौरान करा लें। प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर डा.दीपेंद्र महर, मोहन चंद्र जोशी, नीरज जोशी ने दिया। जिले की चार विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव के लिए 1876 कार्मिक तैनात किए गए हैं। जिन्हें 17 जनवरी तक प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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रैलियों और जनसभाओं पर पाबंदी की अवधि बढ़ाएं

संवाद सहयोगी, लोहाघाट : चुनाव आयोग की तरफ से विधानसभा चुनाव को लेकर कोरोना के मद्देनजर चुनावी रैलियों और जनसभाओं पर लगाई गई रोक की हर कोई सराहना कर रहा है, जिनमें व्यवसायी भी शामिल हैं। दुकानदारों ने पाबंदियों को 15 जनवरी से भी आगे बढ़ाने की मांग की है। सबका मानना है कि चुनावी रैलियों व जनसभाओं से कोरोना के और भी ज्यादा फैलने का खतरा है।

-- चुनावों में रैलियां व जनसभाएं पैसों की बर्बादी के सिवाय कुछ नहीं है। अब चुनाव प्रचार इंटरनेट मीडिया के जरिये ही होना चाहिए।

- प्रियांशु भट्ट, छात्र

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कोरोना की महामारी के दौर में तो रैलियों व जनसभाओं से यह बीमारी और भी ज्यादा फैल सकती है। पाबंदी चुनाव आयोग का अच्छा निर्णय है।

= मोहित भट्ट, छात्र

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चुनावी जनसभाओं व रैलियों पर प्रतिबंध चुनाव आयोग का अच्छा निर्णय है। इससे जहां लोगों के धन और समय की बर्बादी होती है।

= हर्षित उपाध्याय, छात्र

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कोरोना बहुत ज्यादा फैल रहा है। इस पाबंदी से इस पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। रैलियों को मंजूरी नहीं मिलनी चाहिए।

- अनिल कुमार, छात्र

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चुनाव के लिए रैलियों और जनसभाओं को कतई मंजूरी नहीं देनी चाहिए। पाबंदी आगे भी बढ़नी चाहिए। - चंद्र शेखर पंत दुकानदार

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चुनाव आयोग की तरफ से रैलियों व जनसभाओं को मंजूरी प्रदान की जाती है तो स्कूल कालेज खोलने की भी अनुमति प्रदान करनी चाहिए।

- नरेश तिवारी, दुकानदार


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