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इन साधुओं से सावधान, झांसे में आए तो आप भी ठग लिए जाएंगे

धारचूला में एक ही परिवार के तीन लोगों ने एक पूरे गांव को लूट लिया। दरअसल, ये तीनों साधू के भेष में पहुंचे थे और ग्रामीणों को झांसे में लेकर उनके सोनेे के गहने लूटकर ले गए।

By Edited By: Published: Fri, 08 Jun 2018 07:31 PM (IST)Updated: Sun, 10 Jun 2018 05:12 PM (IST)
इन साधुओं से सावधान, झांसे में आए तो आप भी ठग लिए जाएंगे
इन साधुओं से सावधान, झांसे में आए तो आप भी ठग लिए जाएंगे

धारचूला, [जेएनएन]: धारचूला के धारचूलाकोट में गुजरात के सूरत से आए एक ही परिवार के तीन ठगों ने साधु के वेश में सिनियाखोला गांव के ग्रामीणों को लूट लिया। कुटिया बनाने सहित अन्य कार्यो के लिए ग्रामीणों से मजदूरी कराते हुए उनकी लाखों रुपये की मजदूरी तो मारी ही साथ में सोना दोगुना करने का झांसा देकर गांव की सभी महिलाओं के सोने के जेवरात हड़प लिए। मजदूरी देने के लिए धारचूला जाने का बहाना बनाकर तीनों फरार हो गए। इनके साथ गए गांव के एक ग्रामीणों को हरिद्वार में जाकर लूट लिया। 

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दरअसल, इन वारदातों की शुरुआत छह माह पूर्व हुर्इ। जब धारचूला नगर में एक महिला, एक युवक और उनका बेटा साधु के वेश में पहुंचे। तीन से चार दिनों तक ठगों की यह टोली एक होटल में रही। होटल में दी आइडी के अनुसार उनका नाम अशोक जैन पुत्र नत्थू लाल जैन(52 वर्ष), आरती सुमन पत्नी अशोक जैन और कान्हा जैन पुत्र अशोक जैन निवासी 416 जीवी वन भरौच ब्लॉक 16/ कार्ड 32 भड़ोच सूरत, गुजरात दर्शाई गई। उन्होंने अपना मोबाइल नंबर 7773049549 और 8191063468 दर्शाया था। 

होटल से तीनों धारचूलाकोट के सिनियाखोला गांव चले गए। तीनों यहां एक मंदिर के पास ठहरे। साधुवेश में होने के कारण ग्रामीणों की इनमें आस्था हो गई। तीनों ने यहां मंदिर के नीचे कुटिया का निर्माण किया और कार्य करने लगे। ग्रामीणों को इसके लिए मजदूर बनाया और उन्हें मजदूरी देने को वादा किया। साधु वेशधारियों के पास लैपटॉप, हाई पावर के कैमरे भी थे। तीनों ने यहां अपने गुरु के आदेश से आने की बात कहते हुए ग्रामीणों को कई सब्जबाग दिखाए। 63 दिन काम करने के बाद ग्रामीण मजदूरी की मांग करने लगे। 

 30 मई को गांव के विजय कोरंगा को तीनों मजदूरी दिलाने के लिए पहले धारचूला फिर हल्द्वानी और फिर हरिद्वार ले गए। जहां सभी एक होटल में ठहरे। विजय कोरंगा जब  सुबह उठा तो उसका सारा सामान यहां तक कि कपड़े भी गायब थे। उसके पास शरीर में पहने कपड़े ही बचे थे। मोबाइल फोन तकिए के नीचे रहने के कारण बच गया। विजय ने मोबाइल फोन से दिल्ली में रहने वाले बेटे को बुलाया। बेटे ने हरिद्वार पहुंच कर पिता के लिए कपड़े खरीदे और टिकट देकर घर भेजा। गांव पहुंचकर विजय ने इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी। वहीं शुक्रवार को गांव निवासी कृष्ण सिंह साही ने धारचूला पहुंच कर पुलिस को तहरीर दी है, जिसमें उसने साधु वेशधारियों द्वारा उसके घर से एक तोला सोना, आठ हजार रुपये तथा 63 दिन की मजदूरी हड़पने का आरोप लगाया है। 

कई तोला सोना भी ठगा 

ग्रामीणों का कहना है कि साधुवेशधारियों ने उनके गांव की महिलाओं को सोना दोगना करने का झांसा देकर कई तोला सोना ठगा है। साधुवेश धारी महिला आरती जिस महिला से बात करती थी, उसे यह बात किसी से नहीं कहने को कहती थी। उसके झांसे में आकर कई महिलाओं ने अपने सोने के जेवरात उस दे दिए। हरिद्वार पहुंचने के बाद पीड़ित विजय सिंह के घर से भी दो तोला सोना ठगा गया। इस मामले में अभी सारे ग्रामीणों के आगे नहीं आने से पूरी जानकारी नहीं मिली है। 

सामरिक दृष्टि से संवेदनशील है धारचूलाकोट 

भारत, नेपाल और चीन की त्रिकोणात्मक सीमा पर बसा धारचूलाकोट सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है। इस स्थान पर सेना के भी टॉवर लगे हैं। ऐसे स्थान पर अनजान लोगों के इस तरह रहने और बाद में ग्रामीणों के आरोपों को लेकर तमाम तरह के सवाल उठने लगे हैं। साधुवेश धारी कौन है, जनता ने पुलिस से इसका पता लगाने की मांग की है। धारचूला पुलिस के अनुसार एक ग्रामीण द्वारा तहरीर थाने में मिली है। पुलिस तहरीर के आधार पर तहकीकात करेगी।

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