सोलर पेयजल योजना की जांच को लेकर पपदेव के ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
पिथौरागढ़ के नजदीकी पपदेव गांव के लिए बनी सोलर पेयजल योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय के नजदीकी पपदेव गांव के लिए बनी सोलर पेयजल योजना का लाभ नहीं मिलने से खिन्न ग्रामीणों ने गुरुवार को कलक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने योजना की जांच कराए जाने की मांग उठाई।
ग्राम प्रधान सुनीता देवी की अगुवाई में कलक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि पपदेव गांव के लिए लाखों की धनराशि खर्च कर सोलर पेयजल योजना बनाई गई थी। योजना निर्माण के वक्त भरोसा दिया गया था कि प्रत्येक परिवार को पानी मिलेगा, लेकिन गांव में योजना से सभी परिवारों को संयोजन नहीं दिए गए। जिन परिवारों को संयोजन दिए गए उन्हें भी पूरा पानी नहीं मिल रहा है। योजना के तहत बने टैंक की कोई देखरेख नहीं की जा रही है। प्रदर्शनकारियों ने योजना की जांच की मांग उठाते हुए कहा कि ग्रामीणों को योजना का लाभ नहीं मिला तो ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। प्रदर्शन के बाद ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। जिलाधिकारी ने इस मामले में उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। प्रदर्शन करने वालों में पुष्कर वर्मा, राजेश कुमार, छवि वर्मा, उदय वर्मा, दीपक कुमार, अशोक कुमार, संगीता देवी, रेखा देवी, हिमांशु आदि शामिल थे। ========== अस्कोट-पीपली क्षेत्र में मोबाइल टावर की मांग को लेकर क्षेत्रवासी मुखर संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: नेपाल सीमा के नजदीकी अस्कोट-पीपली क्षेत्र के लोग मोबाइल टावर की मांग को लेकर मुखर हो गए हैं। कमजोर नेटवर्क के जरिए क्षेत्र की 50 हजार की आबादी को डिजिटल इंडिया का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है।
क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा है कि अस्कोट-पीपली क्षेत्र में मोबाइल संचार सुविधा नाममात्र की है। नेटवर्क नहीं मिलने से लोगों को बातचीत में ही तमाम परेशानियां उठानी पड़ रही है। इंटरनेट सेवा दूर की बात है। कोविड- 19 के इस काल में इंटरनेट सेवाएं बेहद महत्वपूर्ण हो गई हैं। बच्चों की आनलाइन पढ़ाई से लेकर डिजिटल लेन देन आदि कार्य क्षेत्र के कई गांवों में नहीं हो पा रहे हैं। पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि मजबूरी में क्षेत्र के लोग नेपाली सिम का उपयोग करने को मजबूर हैं। क्षेत्रवासियों ने केंद्रीय संचार मंत्री को ज्ञापन भेजकर अस्कोट-पीपली क्षेत्र में मोबाइल टावर लगाए जाने की मांग की है।