काली नदी पर दो पुलों के लिए नेपाल ने दी स्वीकृति
काली नदी पर स्थाई पुलों के निर्माण के लिए नेपाल ने अपनी स्वीकृति दे दी है। जिसके बाद अब इसपर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।
पिथौरागढ़, [जेएनएन]: भारत-नेपाल के बीच काली नदी पर दो स्थानों लखनपुर और नज्यांग में अस्थाई पुल निर्माण के लिए नेपाल ने स्वीकृति दे दी है। भारत के सात गावों के ग्रामीण अपने उच्च हिमालयी गावों में प्रवास करने वाले ग्रामीण तीन से चार किमी दूरी नेपाल के रास्ते से तय करेंगे।
भारत में घटियाबागड़ से चीन सीमा तक सड़क निर्माण के दौरान लखनपुर से नजंग के बीच 600 मीटर मार्ग फरवरी माह में भूस्खलन से ध्वस्त हो गया था। इस स्थान पर विकल्प भी नहीं होने से भारत ने नेपाल प्रशासन से
लखनपुर और नज्यां में अस्थाई पुल निर्माण कर तीन से चार किमी मार्ग में आवागमन का प्रस्ताव रखा था।
नेपाल प्रशासन ने सरकार से स्वीकृति मांगी थी। नेपाल से रविवार को लिखित स्वीकृति भारतीय प्रशासन को मिल चुकी है। इसी के साथ सीमा सड़क संगठन को अस्थाई पुल निर्माण करने को कहा गया है। भारत के सात गांव और नेपाल के दो गावों के ग्रामीणों के सफर की बाधा दूर हो गई है।
उल्लेखनीय है की नेपाल के छांगरु और टिंकर के ग्रामीण भारत के रास्ते अपना सफर तय करते हैं। धारचूला से गर्ब्यांग तक भारत में चलकर उच्च हिमालय में काली नदी पर बने सीता पुल से नेपाल में जाकर अपने गावो में पहुंचते हैं।
जून माह तक भारत में लखनपुर और नज्यांग के बीच मार्ग नहीं बनने पर कैलास मानसरोवर यात्रियों को भी नेपाल से होकर यात्रा करनी पड़ेगी। भारत-चीन व्यापार भी इसी तरह होगा।
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