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जल निगम ने ठेकेदार को मुनस्यारी में बने दो पेयजल टैंकों कोध्वस्त करने के दिए आदेश

भारी जनदबाव व प्रशासन की सक्रियता के चलते मुनस्यारी में बने पेयजल टैंकों को ध्वस्त करने के आदेश दे दिए गए है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Jun 2021 10:30 PM (IST)Updated: Sat, 12 Jun 2021 10:50 PM (IST)
जल निगम ने ठेकेदार को मुनस्यारी में बने दो पेयजल टैंकों कोध्वस्त करने के दिए आदेश
जल निगम ने ठेकेदार को मुनस्यारी में बने दो पेयजल टैंकों कोध्वस्त करने के दिए आदेश

संवाद सूत्र, मुनस्यारी: भारी जनदबाव और प्रशासन की सक्रियता के बाद जल निगम डीडीहाट हरकत में आया । जल निगम ने ठेकेदार को मुनस्यारी में बने दो पेयजल टैंक ध्वस्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं। तीसरे टैंक में लगातार 28 दिनों तक पानी भरने के बाद हाइड्रोलिक टेस्टिंग होगी।

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मुनस्यारी में 1.94 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन पेयजल योजना के विवाद को जिलाधिकारी आनंद स्वरूप ने गंभीरता से लिया। डीएम के सख्त होते ही डीडीहाट पेयजल निगम की नींद खुल गई । इस मामले में जांच कार्य को प्रभावित करने के लिए ठेकेदार की भूमिका संदेहास्पद रही। पहले तो ठेकेदार ने नया बस्ती और पशुपालन विभाग की जमीन पर बने टैंकों में सीमेंट से प्लास्टर किया। तहसील कार्यालय के निकट बने टैंक से रिसाव होने पर टैंक को खाली कर मरम्मत का प्रयास किया गया । बाद में तीनों टैंकों मे चूना पोता गया।

पेयजल योजना निर्माण के गड़बड़झाले को लेकर जिपं सदस्य जगत मर्तोलिया ने 7 जून को जिलाधिकारी से भेंट कर स्थिति से अवगत कराया। डीएम ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल फाइल तलब कर ईई जल निगम को जांच समिति की सिफारिश कर तत्काल कार्यवाही के आदेश दिए। इस दौरान एसडीएम अभय प्रताप सिंह ने भी इस मामले की गोपनीय रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी । एक दिन पूर्व शुक्रवार को ठेकेदार के द्वारा तीनों टैंकों में चूना पोतने का मामला गरमा गया। जिसे देखते हुए जिपं सदस्य ने डीएम को पत्र भेज कर जल निगम डीडीहाट की गतिविधियों पर संदेह जताया। डीएम आनंद स्वरू प ने ईई डीडीहाट के खिलाफ सख्त कार्यवाही के संकेत दिए। शुक्रवार सायं तक दो आदेश पत्र जारी किए।

पहले आदेश में एसडीएम अभय प्रताप सिंह ने ठेकेदार द्वारा जांच को प्रभावित करने के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई। कमेटी ने शनिवार से ही जांच प्रारंभ कर दी। दूसरा आदेश जल निगम के सहायक अभियंता एचसी शर्मा ने ठेकेदार एंड संस के नाम जारी किया। जिसमें दो पेयजल टैंकों को ध्वस्त कर भूमिगत जलाशय वाले टैंक बनाने के आदेश दिए। तीसरा टैंक भी जांच की प्रक्रिया से गुजरेगा तब जाकर उसके बारे में निर्णय लिया जाएगा।

जिपं सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा है कि जांच टीम के साथ ही क्षेत्र की जनता, निगरानी कमेटी, निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की सक्रियता से भ्रष्टाचार होने से रोक लिया गया। उन्होंने कहा कि कोविड के कम होने के बाद ईमानदार अधिकारियों को जनता सम्मानित करेगी। उन्होंने डीएम और एसपी का आभार जताया है।


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