शिकारी की गोली से ढेर हुआ देवलथल का आदमखोर गुलदार
देवलथल तहसील क्षेत्र में आतंक का पर्याय बना आदमखोर देर रात शिकारी की गोली से ढेर हो गया।
जासं, पिथौरागढ़: देवलथल तहसील क्षेत्र में रिण बिछुल से लेकर रामगंगा नदी घाटी के मोडी तक आतंक का पर्याय बना नरभक्षी गुलदार शिकारी की गोली से ढेर हो गया है। नरभक्षी द्वारा इस क्षेत्र में डेढ़ माह के बीच तीन महिलाओं को अपना शिकार बनाया।
जिसके बाद वन विभाग द्वारा क्षेत्र में गुलदार को नरभक्षी घोषित कर शिकारी तैनात करने का निर्णय लिया। स्वीकृति मिलने पर नैनीताल निवासी शिकारी हरीश धामी को इस कार्य के लिए तैनात किया गया। शिकारी वन विभाग की टीम के साथ नरभक्षी का पता लगाने में जुटे थे। गुरु वार सायं रिण के पास नरभक्षी जब शिकार की फिराक में आया तो शिकारी की गोली का शिकार बन गया। इसी के साथ देवलथल तहसील क्षेत्र में नरभक्षी का आतंक समाप्त हो गया।
देर सायं उप प्रभागीय वनाधिकारी नवीन पंत ने नरभक्षी के मारे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मारा गया गुलदार उम्र दराज है और उसका एक पंजा घायल है। शिकारी के अनुसार अपंग, वृद्ध गुलदार ही नरभक्षी बनते हैं। विभाग ने मारे गए गुलदार को नरभक्षी बताया है। ========== महिलाओं पर ही करता था हमला देवलथल क्षेत्र में सक्रिय नरभक्षी गुलदार द्वारा केवल महिलाओं पर ही हमले किए गए । उसने जहां देवलथल क्षेत्र में तीन महिलाओं को अपना शिकार बनाया वहीं दो महिलाओं को घायल किया। उसके द्वारा किसी पुरु ष पर हमला करने की कोई घटना नहीं घटी। इसी दौरान इस क्षेत्र से लगे पिथौरागढ़ तहसील के भी आगर गांव में गुलदार ने एक महिला को मारा था। इस घटना को भी मारे गए नरभक्षी द्वारा अंजाम देने की पुष्टि नहीं हुई है।