कुटी नाले में अस्थाई पुल बना
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: देश के अंतिम गांव कुटी में बादल फटने से बहे पुल के स्थान पर लो
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: देश के अंतिम गांव कुटी में बादल फटने से बहे पुल के स्थान पर लोनिवि ने वैकल्पिक पुल का निर्माण कर दिया है। पुल का निर्माण किए जाने से आइटीबीपी चौकी का सम्पर्क बहाल हो चुका है। दूसरी तरफ फंसे लोग वापस लौट चुके हैं।
22 जुलाई को उच्च हिमालय के अंतिम गांव कुटी में बादल फट गया था। बादल फटने से कुंती नाले में बना 12 मीटर लंबा पुल बह गया था। इस पुल के बहने से ज्योलिंगकोंग का कुटी गांव से सम्पर्क भंग हो गया था। जिससे संकट पैदा हो गया था। प्रभारी डीएम वंदना के निर्देश पर एसडीएम धारचूला आरके पांडेय उच्च हिमालय पहुंचे थे। उन्होंने गुंजी पहुंच कर कुटी जाकर स्थिति का जायजा लिया। उनके निर्देश पर लोनिवि ने 24 घंटे के भीतर अस्थाई पुल का निर्माण कर दिया है। पुल निर्माण किए जाने से आइटीबीपी की चौकी का सम्पर्क जुड़ गया है। साथ ही दूसरी तरफ फंसे हुए लोग भी वापस गांव लौट चुके हैं। कुटी गांव में एक बार फिर सामान्य जीवन पटरी पर आ गया।
आपदा आते ही एसडीएम धारचूला आरके पांडेय के मौके पर पहुंचने से स्थिति सामान्य हुई। उन्होंने गुंजी से लेकर कुटी तक के क्षेत्र का पैदल भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया। मौके पर मौजूद रह कर उन्होंने पुल का निर्माण कराया। प्रभारी डीएम वंदना ने कुटी में तेजी के साथ वैकल्पिक पुल निर्माण होने को उल्लेखनीय बताया।