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ग्वाल गांव और नौगांव में दरकने लगी भूमि, 20 परिवारों ने छोड़े मकान

भारी वर्षा के बाद पिथौरागढ़ के ग्वाल गांव और नौगांव में तीन से चार फीट की चौड़ी दरारें पड़ गई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Aug 2020 05:12 AM (IST)Updated: Thu, 13 Aug 2020 05:12 AM (IST)
ग्वाल गांव और नौगांव में दरकने लगी भूमि, 20 परिवारों ने छोड़े मकान
ग्वाल गांव और नौगांव में दरकने लगी भूमि, 20 परिवारों ने छोड़े मकान

धारचूला, जेएनएन : भारी वर्षा के बाद ग्वाल गांव और नौगांव में तीन से चार फीट की चौड़ी दरारें पड़ चुकी हैं। बीस परिवार पूरी तरह खतरे में आ चुके हैं और इन परिवारों ने मकान छोड़ दिए हैं। बतादें कि 2013 की आपदा में सबकुछ गंवा चुके तीन दर्जन से अधिक आपदा पीड़ितों को धारचूला के ग्वाल गांव और नौगांव में बसाया गया था। यहां पर आशियाना बना कर रहे लोगों पर एक बार फिर प्रकृति फिर कुपित हो चुकी है।

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बुधवार को एसडीएम एके शुक्ला, पूर्व सीएम हरीश रावत व विधायक हरीश धामी ने खुम्ती, गलाती व ग्वाल गांव का निरीक्षण किया। एलधारा की स्थिति देखते हुए सभी परिवारों को सुरक्षित स्थान पर रहने के निर्देश दिए गए। =========== धारचूला से गर्बाधार के बीच नौ स्थानों पर मार्ग बंद धारचूला-तवाघाट-लिपुलेख मार्ग पर धारचूला से गर्बाधार के मध्य घटखोला, टीवी टॉवर, दोबाट, एलागाड़, चेतलकोट, तीनतोला, गस्कू, मांगती, गर्बाधार में चट्टानें खिसकने से मार्ग बंद है। चीन सीमा को जोड़ने वाले दूसरे मार्ग पर तवाघाट से सोबला के मध्य छिरकिल, जम्कू, खेत में मार्ग बंद है। लोनिवि और बीआरओ मार्ग खोलने में असमर्थ हैं। बीआरओ के पास यहां पर मार्ग खोलने के लिए बुलडोजर और जेसीबी मशीन नहीं है। जनता में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।


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