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कैलास यात्रियों ने हवाई पट्टी पर किया सत्याग्रह

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: दस दिनों ने पिथौरागढ़ में फंसे दसवें दल के 24 यात्रियों का धै

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Aug 2018 03:39 PM (IST)Updated: Sat, 04 Aug 2018 03:50 PM (IST)
कैलास यात्रियों ने हवाई पट्टी  पर किया सत्याग्रह
कैलास यात्रियों ने हवाई पट्टी पर किया सत्याग्रह

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: दस दिनों ने पिथौरागढ़ में फंसे दसवें दल के 24 यात्रियों का धैर्य भी अब जवाब देने लगा है। दसवें दिन भी मौसम खराब होने के कारण यात्री गुंजी को नहीं जा सके। जिससे खिन्न यात्रियों ने ओम नम: शिवाय के जाप के साथ नैनी सैनी हवाई पट्टी पर बैठ कर सत्याग्रह किया। यात्रियों का कहना था कि बीच रास्ते में फंसने के चलते वे विवश हो चुके हैं।

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कैलास मानसरोवर यात्रा दल का दसवां दल विगत दस दिनों से पिथौरागढ़ में फंसा है। दल के 24 यात्री बीते दो दिनों में गुंजी पहुंच सके हैं। एक यात्री बीच में यात्रा छोड़कर वापस लौट चुका है। शनिवार को दसवें दल के 24 यात्री गुंजी जाने के लिए नैनी सैनी हवाई पट्टी पहुंचे । जहां पर मौसम को लेकर आज भी हैलीकॉप्टर नहीं उड़े। जिससे खिन्न होकर यात्रियों ने नैनी सैनी हवाई पट्टी पर ऊं नम: शिवाय के जाप के साथ धरने पर बैठ गए। इस दौरान यात्रियों ने कहा कि उन्हें घर से निकले 16 दिन बीत गए हैं। बीच रास्ते में फंसे हैं, दस दिनों से पिथौरागढ़ में हैं। वह विवश हैं और आगे क्या करना है इसे भी नहीं जानते हैं। उनकी विवशता बढ़ती जा रहा है।

यात्रियों ने कहा कि वह अपने घर से पैदल यात्रा के लिए निकले थे। पैदल यात्रा में जा रहे होते तो अब तक कैलास मानसरोवर यात्रा पूरी कर घर लौट गए होते। उन्होंने कहा कि न तो प्रदेश सरकार इसे गंभीरता से ले रही है और नहीं विदेश मंत्रालय रु चि ले रहा है। यात्री लाचार हैं। यात्रियों का कहना था कि अब वह बीच में वापस भी नहीं लौट सकते हैं। बिना कैलास मानसरोवर के दर्शन के वापस लौटने पर घर परिवार से लेकर अन्य लोग क्या कहेंगे। इसे लेकर चिंता सता रही है। कुछ यात्रियों का कहना था कि वे नौकरी पेशा वाले हैं। यात्रा के लिए रु पए जमा कर आए हैं इधर इस तरह की दुर्गति हो रही है।

मौसम को लेकर वायुसेना के हेलीकॉप्टर नहीं उड़ते हैं। सरकार या तो उन्हें पैदल यात्रा करने दे या फिर छोटे चौपर लगाकर गुंजी पहुंचाए। बीच रास्ते में फंसने के कारण घरों पर उनके परिजन बेचैन हैं तो उन्हें खुद रोज फजीहत झेलनी पड़ रही है। घरों से रोज फोन आते हैं एक ही जबाव सुनने के बाद परिजन भी असहज हो चुके हैं। बाद में वायु सेना के अधिकारियों द्वारा मौसम के बारे में जानकारी देते मौसम खुलते ही गुंजी पहुंचाने का भरोसा दिलाए जाने के बाद यात्री धरने से उठे और दसवें दिन भी वापस पर्यटक आवास गृह लौटे।

............... वीजा को लेकर परेशान पिथौरागढ़: दसवें दल में शामिल यूएई से आए गोपीकृष्णन ने बताया कि उनके लिए तो अब वीजा वाली समस्या भी पैदा होने लगी है। यात्रा के लिए चीन का वीजा तो दूर यूएई के वीजा की अवधि निकट आ रही है। जिससे उनकी समस्या बढ़ने लगी है। अपने आराध्य के दर्शनों के लिए यूएई से आए हैं और इधर बीच मार्ग में फंसे हैं। सरकार जल्दी व्यवस्था करे। ..................... पांच दल फंसे हैं मार्ग में

पिथौरागढ़: कैलास मानसरोवर यात्रा के पांच दल मार्ग में फंसे हैं। यात्रा में जा रहे दसवें दल के 24 यात्री गुंजी में हैं तो 24 यात्री पिथौरागढ़ में हैं। वापस लौट रहे सातवें दल के 33 यात्री गुंजी में फंसे हैं। दस दिनों से फंसे इस दल के 24 यात्री बीते दिनों पिथौरागढ़ लाए गए। 11 वां दल चौकोड़ी में,12 वां दल अल्मोड़ा तथा 13वां दल भीमताल में फंसा है। आठवा और नौवा दल तिब्बत में कैलास मानसरोवर की परिक्रमा कर रहा है।


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