आइटीबीपी के शहीद जवान हरीश सिंह बिष्ट के स्मारक का हुआ अनावरण
आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में आइटीबीपी के शहीद हुए जवान हरीश बिष्ट के स्मारण का अनावरण हुआ।
थल, जेएनएन : वर्ष 1992 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए विकासखंड बेरीनाग के मुसगांव नैनी निवासी आइटीबीपी के जवान हरीश सिंह बिष्ट का शहीद स्मारक बनकर तैयार हो गया है। शुक्रवार को राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नैनी केदारेश्वर में उनके स्मारक का अनावरण किया गया। इस दौरान शहीद के परिजनों को सम्मानित भी किया गया।
शुक्रवार को 7वीं वाहिनी आइटीबीपी मिर्थी के कमांडेंट अनुप्रीत टी बोरकर ने विद्यालय प्रांगण में बने स्मारक का अनावरण किया और शहीद के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर शहीद के छोटे भाईयों पुष्कर सिंह बिष्ट व गणेश बिष्ट को शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। अपने संबोधन में वाहनी के कमांडेंट बोरकर ने कहा कि शहीद हरीश बिष्ट ने अपनी जान की परवाह किए बिना देश रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी। उनका यह बलिदान हमारे व क्षेत्र के लोगों के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने वाहिनी की ओर से शहीद के परिवार को हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया। ज्ञात हो कि शहीद बिष्ट ने कक्षा 1 से 8वीं तक की शिक्षा इसी विद्यालय से ग्रहण की थी। कार्यक्रम में भाजपा मंडल अध्यक्ष धीरज बिष्ट, राजस्व उपनिरीक्षक सुरेंद्र सिंह, जगजीवन सिंह, विद्यालय के प्रधानाचार्य संतोष भट्ट आदि मौजूद रहे। ====== वीडियो काल में छलके मां के आंसू शहीद हरीश बिष्ट की माता 87 वर्षीय लक्ष्मी देवी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाई और उन्होंने कार्यक्रम देखने की इच्छा जाहिर की थी। कार्यक्रम स्थल से शहीद के भाई पुष्कर सिंह बिष्ट ने अपनी मां को वीडियो काल के जरिए कार्यक्रम दिखाया। जिसे देख मां के आंखों से आंसू छलक पड़े। शहीद की मां ने कहा कि सरकार शहीदों के नाम पर सड़क, चौराहे करने की बात करती है, मगर मुसगांव-नैनीकेदारेश्वर गांव आज तक सड़क सुविधा से वंचित है।