भारत-नेपाल के अधिकारियों के बीच हुआ मंथन, अवैध गतिविधियों को रोकने पर बनी सहमति
भारत नेपाल सीमा पर अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए दोनों देशों के अधिकारियों के बीच मंथन हुआ।
संवाद सूत्र, झूलाघाट (पिथौरागढ़) : भारत नेपाल सीमा पर अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए दोनों देशों के सुरक्षा एजेंसियों के बीच होने वाली समन्वयक बैठक आयोजित की गई। सुरक्षा बलों के समकक्ष अधिकारियों के मध्य हुई समन्वय बैठक में सीमा पर होने वाली अवैध गतिविधियों के लिए आपसी समन्वय पर विशेष जोर दिया गया।
सशस्त्र सीमा बल की 55 वीं बटालियन एेंचोली के कार्यवाहक सेनानी आरके राजेश्वरी की अध्यक्षता में गुरु वार को सीमा चौकी झूलाघाट में भारत नेपाल के सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों और समकक्षों के बीच समन्वय बैठक हुई। बैठक में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चर्चा की गई । बैठक में सीमा पर अवैध गतिविधियों को रोकने, मानव तस्करी पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने तथा दोनों देशों के सुरक्षा एजेंसियों के बीच आपसी समन्वय बनाने पर चर्चा की गई। दोनों देशों के अधिकारियों और समकक्षों ने समन्वय के लिए आपसी मैत्री भाव बनाए रखने का निर्णय लिया।
बैठक में भारत की तरफ से गुप्तचर विभाग, पुलिस की स्पेशल ब्रांच, कस्टम, स्थानीय अभिसूचना के अधिकारी और नेपाल की तरफ से डीएसपी एपीएफ गणेश साह, बैतड़ी के डीएसपी नारायण प्रसाद अधिकारी, नेपाल भंसार के लेखाकार एवं निरीक्षक गोविंद सिंह रावल आदि उपस्थित रहे । ======= झूलाघाट की तर्ज पर हो बनबसा से नेपाल के लिए आवाजाही
बनबसा : पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष भरत सिंह भंडारी ने प्रशासन से भारत-नेपाल सीमा झूलाघाट की तर्ज पर बनबसा सीमा से आवागमन आसान करने की माग की है। उन्होंने कहा है कि झूलाघाट में भारत व नेपाल सीमा से दोनो देशों के नागरिकों का आवागमन आसानी से हो रहा है। इससे वहा के व्यापारियों के व्यापार में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि बनबसा सीमा से भारत आने वाले नागरिकों को कई घटों तक सीमा पर अपनी जाच के लिए खड़ा होना पड़ रहा है। इस परेशानी से बचने के लिए लोग आवागमन करने में कतरा रहे हैं। आवाजाही न होने से बनबसा का व्यापार पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है। उन्होंने प्रशासन से दोनो देशों के बीच सीमा पर आवागमन को आसान बनाने की माग की है जिससे बनबसा क्षेत्र का व्यापार पूर्व की भाति चले और व्यापारियों का हित हो सके।