तीन माह में तैयार हो जाएगा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बन रहा देश का महत्वाकांक्षी पावर स्टेशन
भारत-नेपाल-चीन सीमा पर स्थित पिथौरागढ़ जिले में बन रहा महत्वाकांक्षी पावर स्टेशन तीन माह में तैयार हो जाएगा।
पिथौरागढ़, जेएनएन : भारत-नेपाल-चीन सीमा पर स्थित सीमांत जिले में बन रहा महत्वाकांक्षी पावर स्टेशन अगले तीन माह में तैयार हो जाएगा। 730 मेगावाट के इस पावर स्टेशन के बन जाने से जल विद्युत परियोजनाओं से तैयार होने वाली बिजली को नेशनल ग्रिड तक पहुंचाना तो आसान हो ही जाएगा, साथ ही चीन सीमा से लगी धारचूला और मुनस्यारी तहसीलों की विद्युत आपूर्ति में ब्रेक डाउन की कोई समस्या नहीं रहेगी।
देश की अंतिम तहसील धारचूला के बगड़ीहाट क्षेत्र में 2017 में 730 मेगावाट का विद्युत सब स्टेशन बनाया जा रहा है। इस सब स्टेशन को बनाने का बनाने का उद्देश्य सीमांत क्षेत्र में उत्पादित होने वाली बिजली को देश के नॉर्दन ग्रिड तक आसानी से पहुंचाना है। देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण इस सब स्टेशन से उत्पादित बिजली को नॉर्दन ग्रिड से जोड़ने के साथ ही चीन सीमा से जुड़ी धारचूला और मुनस्यारी तहसीलों की विद्युत आपूर्ति भी निर्बाध हो जाएगी। अभी इन दोनों तहसीलों को पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय के चंडाक में बने पावर स्टेशन से आपूर्ति की जाती है। लंबी लाइन होने के कारण कई बार विद्युत व्यवधान आता है, जिसके चलते सीमांत के लोगों को दिक्कत उठानी पड़ती है। पावर स्टेशन का निर्माण पावर ग्रिड द्वारा कराया जा रहा है। ============ वर्ष 2017 में शुरू हुए बगड़ीहाट पावर सब स्टेशन का कार्य अगले तीन माह में पूरा हो जाएगा। इसके निर्माण में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है। सब स्टेशन के बन जाने से नॉर्दन ग्रिड तक बिजली पहुंचाना आसान हो जाएगा साथ ही सीमांत की दोनों तहसीलों को भी इसका लाभ मिलेगा।
- संदीप कोठारी, उप महाप्रबंधक, पावर ग्रिड