हुड़ेती की नीरजा सिगिंग रिएलिटी शो में मचा रही धमाल
पिथौरागढ़ सीमांत जनपद के हुड़ेती गांव निवासी नीरजा उप्रेती छोटे परदे पर अपनी गायकी का लोहा मनवा रही है।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: सीमांत जनपद के हुड़ेती गांव निवासी नीरजा उप्रेती छोटे परदे पर अपनी गायिकी का लोहा मनवा रही हैं। नीरजा जी टीवी के सिगिग रिएलिटी शो स्वर्ण स्वर भारत में प्रतिभाग कर रही हैं। वह इस शो में प्रतिभाग करने वाली उत्तराखंड से एकमात्र प्रतिभागी हैं। नीरजा की उपलब्धि पर सीमांत क्षेत्र में खुशी की लहर है।
जी टीवी पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सिगिग रिएलिटी शो प्रसारित किया जा रहा है। इसमें प्रतिभागी सिर्फ भक्ति गीत ही गाएंगे। स्वर्ण स्वर भारत शो के अभी तक दो एपिसोड प्रसारित हो चुके हैं। शो को प्रसिद्ध सिने अभिनेता रविकिशन होस्ट कर रहे हैं और प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर, सुरेश वाडेकर व मशहूर कवि कुमार विश्वास जज की भूमिका में हैं। इस शो में जिला मुख्यालय से सटे हुड़ेती गांव निवासी नीरजा उप्रेती भी प्रतिभाग कर रही हैं। वह जजों के सामने अपनी गायिकी का हुनर दिखा रही हैं। नीरजा ने बड़ी बहन दूरदर्शन व आकाशवाणी की अधिकृत गायिका ज्योति उप्रेती से संगीत की बारीकियां सीखीं। दोनों बहनें अपनी गायिकी से विलुप्त हो रही उत्तराखंड के पारंपरिक लोकगीतों को पुनर्जीवित कर उनका संरक्षण करने का प्रयास कर रही हैं। इसके लिए उन्होंने फेसबुक पेज व यू ट्यूब पर अपना चैनल बनाया है। जिसे लोगों द्वारा खूब पसंद किया जाता है। नीरजा की उपलब्धि पर हड़ेती गांव के लोगों ने खुशी जताते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
संवाद सूत्र, डीडीहाट: तहसील क्षेत्र के चार गांवों के मतदान केंद्र को जोड़ने वाला पैदल मार्ग खस्ताहाल है। मार्ग में पड़ने वाली पुलिया ढहने के कगार पर है। गांवों के बुजुर्ग और महिला मतदाताओं को केंद्र तक पहुंचने में खासी दिक्कत झेलनी पड़ेगी। निर्वाचन महकमे ने गोलमानू में पोलिग बूथ बनाया है। इस बूथ में चार गांवों के लोग मतदान करेंगे। पोलिग बूथ तक जाने वाला पैदल मार्ग खस्ताहाल है। मार्ग जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने के साथ ही कई स्थानों पर ढहने के कगार पर है। मार्ग में बनी पुलिया में लगा सीमेंट, सरिया उखड़ रहा है। पुलिया के कभी भी ध्वस्त होने की आशंका बनी हुई है। ग्रामीणों ने क्षतिग्रस्त मार्ग की जानकारी पूर्व में ही तहसील प्रशासन को दे दी थी। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बूथों को जोड़ने वाले मार्गो को ठीक कराए जाने के निर्देश भी दिए, लेकिन इस मार्ग की हालत नहीं सुधारी गई। सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मण सिंह का कहना है कि मार्ग की जैसी हालत है उसमें बुजुर्गो को मतदान केंद्र तक पहुंच पाना बेहद मुश्किल है। महिलाओं को भी बूथ तक पहुंचने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। मार्ग की हालत को देखते हुए अधिकांश मतदाता मतदान नहीं करने का मन बना रहे हैं।