एनएच की मनमानी से सीमांत जिले के यात्री परेशान
पिथौरागढ़ जिले में नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण में हो रही मनमानी से सीमांत जिले के यात्री बहुत परेशान हैं।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण में हो रही मनमानी से सीमांत जिले के यात्री बहुत परेशान हैं। यात्रियों को हर रोज दो से ढाई घंटे का जाम झेलना पड़ रहा है। मनमानी पर अंकुश नहीं लगाए जाने पर अब जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया है।
पिथौरागढ़-टनकपुर मार्ग को आलवेदर सड़क बनाने के लिए नेशनल हाईवे के अधिकारी पिछले तीन वर्ष से काम करवा रहे हैैं। सीमांत जिले पिथौरागढ़ में करीब 22 किलोमीटर सड़क अब तक पूरी नहीं हुई है, जबकि इसके लिए चार बार नेशनल हाईवे को बंद किया जा चुका है। गुरना क्षेत्र में अभी भी चट्टान कटिंग का काम बचा हुआ है। सड़क वर्ष 2019 में ही पूरी कर लेने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन काम समय पर पूरा नहीं हो पाया। इस वर्ष एनएच ने जून माह तक काम पूरा कर लेने का भरोसा दिया था, लेकिन इस अवधि में भी काम पूरा नहीं हुआ। नौ नवंबर को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सड़क उद्घाटन की तैयारियां थी, लेकिन एनएच फिर चूक गया। अब नवंबर पूरा होने को है और अभी तक सड़क का काम पूरा नहीं हुआ है। इसमें अभी और दो माह का समय लगने की बात कही जा रही है।
सड़क चौड़ीकरण के चलते पिछले 10 दिनों से हर रोज दो से ढाई घंटे का जाम लग रहा है। पूर्व पालिकाध्यक्ष जगजीवन सिंह कन्याल ने एनएच प्रबंधन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि धीमी कार्यशैली के चलते यात्रियों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। सीमांत क्षेत्र में तमाम सड़कों का निर्माण हुआ, लेकिन यात्रियों का इतनी परेशानी कभी नहीं झेलनी पड़ी। इससे पूर्व सीमा सड़क संगठन ने भी सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया था, तब सड़क बेहद संकरी थी, लेकिन आवागमन नहीं रोकना पड़ा। उन्होंने प्रशासन की उदासीनता पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह देश के प्रधानमंत्री को छवि को खराब करने का प्रयास है। उन्होंने धीमी कार्य प्रगति की जांच कराए जाने की मांग के लिए प्रधानमंत्री को पत्र प्रेषित किया है।
इधर एनएच के सहायक अभियंता पीएल चौधरी ने कहा है कि चट्टान कटिंग का कार्य अंतिम चरण में है। अगले कुछ दिनों में रोड क्लीयर हो जाएगी।