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भारी हिमपात से थल-मुनस्यारी समेत चार मार्ग बंद

तीन दिनों से लगातार मौसम का मिजाज बदला है। निचले इलाकों में रिमझिम बारिश होने से जिले में ठिठुरन बढ़ गई है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 09:39 PM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 09:39 PM (IST)
भारी हिमपात से थल-मुनस्यारी समेत चार मार्ग बंद

जाटी, पिथौरागढ़: तीन दिनों से लगातार मौसम का मिजाज बदला है। निचले इलाकों में रिमझिम बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी से सीमांत जिला कांप रहा है। कड़ाके की ठंड से आम जनजीवन प्रभावित है। बाजार सुनसान हैं, सड़कों पर वाहनों की आवाजाही काफी कम है। लोग घरों पर दुबके हैं। भारी बर्फबारी से थल-मुनस्यारी सहित चार मार्ग बंद हैं।

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रविवार तीसरे दिन भी मौसम खराब रहा। उच्च हिमालय में विगत तीन दिनों से लगातार हिमपात हो रहा है। निचले इलाकों में रिमझिम बारिश है। बर्फबारी और बारिश के चलते तापमान लगातार गिर चुका है। कड़ाके की ठंड का असर सामान्य जनजीवन पर पड़ा है। बाजारों में लोगों की आवाजाही काफी कम है। सड़कों पर वाहन भी इक्का दुक्का चल रहे हैं। जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ में भी न्यूनतम तापमान एक डिग्री के पास पहुंच चुका है।

भारी हिमपात के चलते थल-मुनस्यारी मार्ग शनिवार सायं से बंद है। कालामुनि से बलाती, पातलथौड़ के मध्य भारी हिमपात के चलते वाहन नहीं चल पा रहे हैं। लोनिवि बर्फ हटाने में जुटी है, परंतु हिमपात जारी रहने से मार्ग के खुलने के आसार नहीं हैं। तवाघाट-लिपुलेख मार्ग बंद हो चुका है। बूंदी से लेकर लिपुलेख तक कई फीट बर्फ से मार्ग ढका है। नारायण आश्रम-सिर्खा मार्ग बर्फबारी से बंद है। चीन सीमा को जोड़ने वाली सोबला-तिदांग मार्ग बौगलिग से आगे बंद है। मदकोट-बौना मार्ग झापुली से आगे बंद है।

मुनस्यारी से मिले समाचारों के अनुसार मुनस्यारी बाजार में रात से हिमपात हुआ। सुबह से बर्फ जमने लगी थी। मुनस्यारी का न्यूनतम तापमान माइनस चार और अधिकतम तापमान दो डिग्री रहा। उच्च हिमालय में भारी हिमपात हो रहा है। कालामुनि, रातापानी, बिटलीधार, बलाती, पातलथौड़ में डेढ़ फीट से अधिक बर्फ जम चुकी है। ठंड के चलते लोग घरों में दुबके हैं। धारचूला से मिली जानकारी के अनुसार उच्च हिमालय में बौगलिग और मालपा से आगे का क्षेत्र बंद हो चुका है। गुंजी, नाबी, रोगकोंग, गब्र्याग में दो से ढाई फीट हिमपात हो चुका है। ये गांव पहले से ही बर्फ से ढके थे।

अंतिम भारतीय गांव कुटी में चार फीट से अधिक ताजा हिमपात हो चुका है। आदि कैलास के ज्योलिकोंग में छह फीट हिमपात हो चुका है। मुनस्यारी के मिलम और रालम में भी चार फीट के आसपास हिमपात हुआ है। शनिवार को पिथौरागढ़ में 3.5 एमएम, गंगोलीहाट में 5.2, बेरीनाग में छह, डीडीहाट में 2.5, धारचूला में दो एमएम बारिश हुई। मुनस्यारी में बर्फबारी हुई।


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