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पांच दिन बाद सक्रिय हुआ खाद्य सुरक्षा विभाग

संवाद सूत्र, बेरीनाग: बास्ती गांव में फूड प्वाइजनिंग का मामला सामने आने के पांचवें दिन पिथौरागढ़

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Dec 2018 11:01 PM (IST)Updated: Tue, 04 Dec 2018 11:01 PM (IST)
पांच दिन बाद सक्रिय हुआ खाद्य सुरक्षा विभाग
पांच दिन बाद सक्रिय हुआ खाद्य सुरक्षा विभाग

संवाद सूत्र, बेरीनाग: बास्ती गांव में फूड प्वाइजनिंग का मामला सामने आने के पांचवें दिन पिथौरागढ़ और बागेश्वर का खाद्य सुरक्षा विभाग सक्रिय हुए। दोनों जिलों से पहुंची टीमों ने क्षेत्र की उन दुकानदारों से जानकारी जुटाई जिन्होंने बारात के लिए भोजन सामग्री उपलब्ध कराई थी। टीमों ने खाद्य सामग्री का निरीक्षण भी किया।

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खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमों ने धरमघर, कोटमन्या, बेरीनाग में दुकानों और होटल स्वामियों के बयान दर्ज किए। दुकानों का निरीक्षण किया। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जांच जारी रहेगी। गांव में बारात के बचे हुए भोजन के सैम्पल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं। अधिकारियों ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

दुल्हन के घर छाई मायूसी, गांव के लोग अभी भी दहशत में बेरीनाग: फूड प्वाइजनिंग के शिकार बास्ती गांव में माहौल अभी भी सामान्य नहीं हैं। दुल्हन के घर पर मायूसी पसरी हुई है। 200 से अधिक लोगों के बीमार पड़ने और चार लोगों की मौत के बाद गांव के लोग अभी भी सहमे हैं।

मंगलवार को जागरण की टीम बास्ती गांव पहुंची। लड़की के पिता मोहन सिंह बातचीत के दौरान भावुक हो गए। बोले उनकी समझ में नहीं आ रहा कि ऐसा क्या हो गया जिसकी वजह से इतनी बड़ी समस्या खड़ी हो गई। उन्होंने बताया कि कन्या दान के चलते उस दिन उन्होंने और उनकी पत्नी ने भोजन नहीं लिया। घर के पास ही वह चूल्हा अभी भी उसी हालत में हैं जिसमें बारातियों के लिए खाना बनाया गया था। आंगन में ही थाली, गिलास पड़े हुए हैं। गांव के 100 वर्षीय कमद सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन में उन्होंने कभी ऐसा नहीं देखा। बारात में कमद सिंह ने भी भोजन किया। रात में तबियत खराब हुई। घरेलू दवा से अगले दिन तबियत ठीक हो गई। गांव के लोग सामान्य भोजन लेने में भी डर रहे हैं। पूरा गांव इस समय खिचड़ी पर ही दिनचर्या चला रहा है। गांव में 80 परिवार रहते हैं। पड़ोसी गांव सनगाड़ में 35 परिवार फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए थे। इस गांव के लोग इस विषय पर बात करने को तैयार नहीं हैं। बेरीनाग से पहुंची युवाओं की टीम बेरीनाग: फूड प्वाइजनिंग का शिकार लोगो की दिन रात मदद करने वाले युवाओं की टीम मंगलवार को बास्ती गांव पहुंची। युवाओं ने प्रभावितों से बातचीत कर उनका हाल चाल जाना। लोगों को अपने सामान्य कामकाज के लिए प्रेरित किया। गांव पहुंचने वालों में सामाजिक कार्यकर्ता ललित कार्की, हरीश कोरंगा, लाल सिंह कोरंगा, धीरज जोशी शामिल थे। हल्द्वानी के भाजपा नेता सुरेश गड़िया ने भी गांव पहुंचकर प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और सरकार की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। ग्रामीणों ने जागरण को कहा धन्यवाद बेरीनाग: बास्ती गांव के लोगों ने जागरण का धन्यवाद जताया है। ग्रामीणों ने कहा कि तीस नवंबर को जब पीड़ित अस्पताल पहुंचे थे तो जागरण की टीम ने ग्रामीणों को हाथों से पकड़कर बेड तक पहुंचाया और अन्य मदद उपलब्ध कराई तब तक प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिली थी। एक दिसंबर के अंक में छपी जागरण की खबर के बाद प्रशासन हरकत में आया और पीड़ितों को सुविधाएं मिलने लगी। जिला चिकित्सालय में भर्ती पीड़ित घर लौटे पिथौरागढ़: जिला चिकित्सालय में भर्ती फूड प्वाइजनिंग के शिकार सभी नौ लोगों को हालत में सुधार होने के बाद मंगलवार को घर भेज दिया गया। जिला चिकित्सालय के सीनियर फिजीशियन डा.एसएस कुंवर ने बताया कि सभी की हालत में सुधार होने के बाद उन्हें घर भेजा गया है। एक वृद्ध पीड़ित में हृदय रोग की समस्या पाई गई थी, जिसके लिए उन्हें हायर सेंटर से उचित उपचार लेने की सलाह दी गई है।


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