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जिले में भारत-नेपाल के मध्य पहले मोटर पुल की कवायद प्रारंभ

जागरण संवाददाता पिथौरागढ़ पिथौरागढ़ जिले में भारत और नेपाल के मध्य बनने वाले प्रथम मोटर प

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 May 2019 10:48 PM (IST)Updated: Mon, 20 May 2019 10:48 PM (IST)
जिले में भारत-नेपाल के मध्य पहले मोटर पुल की कवायद प्रारंभ
जिले में भारत-नेपाल के मध्य पहले मोटर पुल की कवायद प्रारंभ

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: पिथौरागढ़ जिले में भारत और नेपाल के मध्य बनने वाले प्रथम मोटर पुल निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। लोनिवि के अधीक्षण अभियंता ने निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। इस पुल का डिजाइन और ड्रॉइंग दिल्ली आइआइटी के इंजीनियर कर रहे हैं।

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भारत और नेपाल के मध्य छारछुम में मोटर पुल निर्माण किया जा रहा है। जिससे नेपाल के सुदूर पश्चिमांचल और भारत के सीमांत जिले के बीच वाहन चलेंगे। दोनों देशों की सीमा पर बहने वाली काली नदी पर 110 मीटर लंबा और टू लेन वाला मोटर पुल बनाया जा रहा है। पुल का निर्माण लोनिवि के जिम्मे है। लोनिवि का प्रांतीय खंड अस्कोट पुल निर्माण करेगा। पुल की लागत अभी 20 करोड़ रु पए तय की गई है। अभी इसकी लागत बढ़ेगी।

इस पुल का डिजाइन दिल्ली आइआइटी के अभियंताओं ने तैयार किया है। डिजाइन के अनुसार पुल का निर्माण होना है। पुल निर्माण के लिए आधार के लिए कठोर चट्टान चाहिए। जिसके लिए मशीन से खुदाई चल रही है। अभी तक 23 मीटर खुदाई कर दी गई है। कठोर चट्टान मिलने के बाद फिर मशीन से नेपाल में खुदाई की जाएगी। दोनों देशों में पुल के आधार के लिए कठोर चट्टान मिलने के बाद पुल निर्माण का कार्य प्रारंभ होगा। सोमवार को अधीक्षण अभियंता वीएन पांडेय ने लोनिवि अभियंताओं के साथ स्थल का निरीक्षण किया।

========= नए सिरे से लगेंगे टेंडर पुल निर्माण के लिए लोनिवि द्वारा पूर्व में टेंडर लगाए गए थे, परंतु शासन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय इस पुल निर्माण को महत्वपूर्ण बताए जाने के बाद इसका डिजाइन आइआइटी दिल्ली के इंजीनियरों से तैयार कराया गया। गत 27 अप्रैल को आइआइटी दिल्ली के इंजीनियरों की टीम ने स्थल का निरीक्षण कर लोनिवि को निर्देश दिए हैं। शासन के इस निर्णय के बाद पुल के लिए नए सिरे से टेंडर लगने हैं। ========

अभी पुल निर्माण के लिए आधार में कठोर चट्टानों का पता लगाया जा रहा है। भारत में कठोर चट्टान मिलने के बाद मशीन नेपाल ले जाकर वहां पर चट्टान का पता लगाया जाएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। पुल निर्माण का कार्य आइआइटी दिल्ली के इंजीनियरों की देखरेख में लोनिवि करेगी।

- वीएन पांडेय, अधीक्षण अभियंता , लोनिवि पिथौरागढ़

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