प्रस्तावों को रद्दी के टोकरी में डाल रहे हैं अधिकारी
कृषि एवं प्रशिक्षण प्रबंधन अभिकरण (आत्मा) की गोष्ठी में किसानों का दर्द बयां किया।
संवाद सूत्र, बेरीनाग: कृषि एवं प्रशिक्षण प्रबंधन अभिकरण (आत्मा) की गोष्ठी में किसानों का दर्द तब छलक आया जब अधिकारियों ने उनसे स्वरोजगार के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उठाने को कहा। किसान बोले उनके प्रस्ताव रद्दी की टोकरी में डाल दिए जा रहे हैं, जिससे योजनाओं का परिणाम धरातल पर नहीं दिख रहा है।
विकास खंड परिसर में ब्लाक प्रमुख विनीता बाफिला की अध्यक्षता में हुई बैठक में अधिकारियों ने किसानों को सरकार द्वारा स्वरोजगार के लिए चलाई जा रही डेयरी, मत्स्य पालन, सब्जी उत्पादन आदि योजनाओं की जानकारी किसानों को दी। बैठकों में बार-बार दी जाने वाली इन योजनाओं से किसान बिफर गए। किसानों ने कहा कि इन योजनाओं पर किसान प्रस्ताव बनाकर विकास खंड को सौंप रहे हैं, लेकिन उनके प्रस्ताव रद्दी की टोकरी में डाल दिए जा रहे हैं। किसानों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। किसानों ने कहा कि जब तक उनके प्रस्तावों को स्वीकृति नहीं दी जाती तब तक योजनाओं के परिणाम धरातल पर नहीं दिखेंगे। सहायक उद्यान निरीक्षक हुकुम सिंह ने कहा कि किसानों के प्रस्तावों को स्वीकृति दी जा रही है।
गोष्ठी में ब्लाक प्रमुख विनीता वाफिला ने सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न स्वरोजगारपरक योजनाओं की जानकारी देते हुए इनका लाभ उठाने का आह्वान किसानों से किया। समापन से पूर्व राजेंद्र का अभिकरण का नया अध्यक्ष चुना गया।