खाली पड़े मकानों को बनाया जा रहा है क्वारंटाइन सेंटर
अब बाहरी राज्यों से गांवों आने वाले प्रवासियों का क्वारंटाइन गांवों के खाली पड़े मकानों में किया जाएगा।
संवाद सूत्र, नाचनी (पिथौरागढ़) : अब बाहरी राज्यों से गांवों आने वाले प्रवासियों का क्वारंटाइन गांवों के खाली पड़े मकानों में किया जाएगा। सरकार द्वारा विद्यालयों के स्थान पर खाली मकानों को क्वारंटाइन बनाने के निर्देश हैं।
सरकार की तरफ से नए निर्देश के तहत अब स्कूलों को क्वारंटाइन सेंटर नहीं बनाया जा रहा है। तेजम तहसील के तल्ला जोहार के कोट्यूड़ा गांव में अब पलायन के चलते खाली मकानों को क्वारंटाइन बनाया गया है। बाहर से आ रहे प्रवासियों को इनमें रखा जा रहा है। इस गांव में भी अन्य राज्यों से एक दर्जन युवा गांव लौटे हैं। सभी को पुराने मकानों में क्वारंटाइन में रखा गया है। गांव निवासी सुंदर बथ्याल ने बताया कि क्वारंटाइन किए गए लोगों को उनके परिवार वाले भोजन दे रहे हैं। ग्राम प्रधान द्वारा अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं। क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए मकानों में बिस्तर, पानी, बिजली और शौचालयों की व्यवस्था की जा रही है। क्वारंटाइन किए गए प्रवासियों ने भी विद्यालय भवन के स्थान पर गांव के ही मकानों को क्वारंटाइन बनाए जाने को उचित बताया है।