ग्यारह बाल वैज्ञानिक राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में करेंगे प्रतिभाग
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार, उत्तराखंड राज्य विज्ञान
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार, उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और स्पेक संस्था देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित जिला स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में 11 बाल वैज्ञानिकों का राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के चयन किया गया है।
जिला समन्वयक डॉ. विकास पंत ने बताया कि इस वर्ष बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य विषय स्वच्छ, हरित व स्वस्थ राष्ट्र के लिए विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं नवाचार रखा गया था। जिसके अंतर्गत उप विषय परितंत्र एवं पारितांत्रिक व्यवस्था में राइंका मायालेख की अंजलि थापा, राबाइंका थल की दिया , उप विषय स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं साफ सफाई में राबाइंका डीडीहाट की गीतिका, राइंका कर्कीनगर को हिमानी भाटिया, उप विषय अपशिष्ट से धनोपार्जन में कस्तूरबां गांधी आवासीय विद्यालय दशाईथल की अंजू बिष्ट, राउमावि खोलागांव के अंकित जोशी, राइंका मस्मौली की नेहा जोशी का राज्य स्तर के लिए चयन किया गया।
इसके अलावा उप विषय समाज, संस्कृति व सभ्यता में राउमावि छारछुम के प्रियांशु भट्ट, राबाइंका कनालीछीना की लता भंडारी, उप विषय पारंपरिक ज्ञान पद्यतियां में राबाइंका मूनाकोट की सोनल मेहता, विवेकानंद विद्या मंदिर धारचूला के ललित धामी का राज्य स्तर के लिए चयन किया गया। न्यू वियर शिवा स्कूल में आयोजित बाल विज्ञान कांग्रेस के समापन अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या ममता मेहता ने सभी सभी बाल वैज्ञानिकों प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस वर्ष के बाल विज्ञान कांग्रेस में स्थानीय संदर्भ के ज्वलंत मुद्दों पर विशेष चर्चा रही। बालिकाओं और ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में बाजी मारी। सीईओ बीपी सिमल्टी , डीइओ माध्यमिक डॉ. एके गुंसाई ने राज्य स्तर के लिए चयनित बाल वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दी।