मतदाता सूची से गायब नाम से बिगड़ेगा चुनावी परिणाम
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: निकाय चुनाव के लिए बनी मतदाता सूची में कई खामियां सामने आई हैं। स
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: निकाय चुनाव के लिए बनी मतदाता सूची में कई खामियां सामने आई हैं। सूची में कहीं पर पूरे मोहल्ले अस्सी प्रतिशत लोगों के नाम गायब हैं तो तो कहीं पर किसी परिवार के सदस्य का सूची में नाम दर्ज नहीं है। जिसके चलते हजारों की तादात में मतदाता रविवार को अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सके। मतदाता सूची में नाम नहीं होने से वोट देने आए मतदाताओं को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। हजारों की संख्या में मतदाताओं का सूची में नाम दर्ज नहीं होने से चुनावी समीकरण बिगड़ने के भी आसार बने हुए हैं।
निकाय चुनाव के लिए बनी मतदाता सूची में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में मतदाता सूची में मतदाताओं का नाम दर्ज नहीं होने का मामला सामने आया है। रविवार को हुए निकाय चुनाव में अमूमन हर बूथ पर यही शिकायत देखने को मिली। मतदान बूथ पर वोट डालने पहुंचे विभिन्न वार्डों के मतदान केंद्र के बाहर मतदाता सूची में अपना नाम ढूंढ़ते रहे, मगर सूची में उन्हें अपना नाम नहीं मिला। जिस कारण उन्हें मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। केएनयू राइंका मतदान केंद्र में वोट डालने पहुंची जगदंबा कॉलौनी की हेमा पांडे व रू चिता ने बताया कि इससे पहले वह निकाय चुनाव में वोट दे चुके हैं, मगर इस वर्ष उनका नाम मतदाता सूची से गायब था। इसी तरह कुमौड़ वार्ड के जल संस्थान कार्यालय में बनाए गए मतदान बूथ पर पहुंचे सैकड़ों लोग मतदाता सूची में नाम नहीं होने से अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सके।
डीडीहाट: डीडीहाट तहसील क्षेत्र के बुजुर्ग मतदाता मोहन सिंह मर्तोलिया (82) आजादी के बाद से ही लोकसभा, विधानसभा व निकाय चुनाव में मतदान करते आए हैं। इसके अलावा वह लोगों को मताधिकार के प्रति जागरूक भी करते रहते हैं। मतदान के प्रति उनके जुनून को देखते हुए वर्ष 2014 के लोस चुनाव में उन्हें जिला निर्वाचन विभाग की ओर से बुजुर्ग मतदाता का प्रशस्ति पत्र दिया गया था। बावजूद इसके उनका नाम मतदाता सूची में नहीैं था। इसी तरह से क्षेत्र में सैकड़ों लोगों को मतदाता सूची में नाम दर्ज नहीं होने से वोट देने से वंचित रहना पड़ा। गंगोलीहाट, बेरीनाग में भी सैकड़ों मतदाताओं का सूची से नाम गायब था। जिस कारण मतदान के लिए पहुंचे लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला। लोगों को कहना था कि निर्वाचन कार्यालय व बीएलओ की भारी लापरवाही के चलते वह वोट नहीं दे पाए। मतदाता पुनरीक्षण के दौरान मतदाताओं को मतदाता सूची में नाम जोड़ने, संशोधन करने व शुद्धिकरण के लिए अवसर दिया गया था। जिन लोगों को नाम मतदाता सूची में अंकित नहीं है या हटा है तो वह लिखित रू प से शिकायत दे सकते हैं। यदि नामावलियों के पुनरीक्षण के दौरान निर्वाचक संगणक द्वारा किसी भी प्रकार की लापरवाही व गलती पाई गई तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
सी रविशंकर, जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी, पिथौरागढ़।