शिक्षा व्यवस्था में गुणवत्ता सबसे आवश्यक : पांडेय
शिक्षा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री अरविंद पांडेय ने प्रेसवार्ता की।
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: शिक्षा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि शिक्षा विभाग पर लगा उद्योग विभाग का तमगा हट चुका है। प्रदेश की शिक्षा नीति की नीति आयोग तक सराहना कर चुका है। प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में देश में चौथा स्थान दिया है।
रविवार को शिक्षा मंत्री एवं प्रभारी मंत्री अरविंद पांडेय ने जिले के अटल उत्कृष्ट विद्यालयों का वर्चुअल उद्घाटन किया। इस मौके पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि वह अटल आदर्श विद्यालयों के शुभारंभ पर पत्थर लगाने नहीं आए हैं बल्कि इन विद्यालयों की सार्थकता तय करने आए हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में गुणवत्त्ता सबसे आवश्यक है। अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में कक्षा छह से अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा होगी। सरकारी शिक्षा के प्रति लोगों का भरोसा जगाना है। अटल आदर्श विद्यालयों के लिए कुछ शिक्षकों की नियुक्ति हो चुकी है। विभाग से शिक्षकों की सूची मांगी गई है और 15 जुलाई को स्क्रीनिंग होगी।
शिक्षा मंत्री ने सरकारी विद्यालयों में घटती छात्र संख्या के सवाल पर कहा कि अभिभावकों को सरकारी शिक्षा के प्रति विश्वास जताने का प्रयास किया जा रहा है। प्रशिक्षित एवं योग्य शिक्षकों के माध्यम से शिक्षा दी जा रही है। अटल आदर्श विद्यालय इस दिशा में उदाहरण बनेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रशिक्षितों को नियुक्ति देने की जिम्मेदारी सरकार की है।
वार्ता के दौरान पांडेय ने कहा कि प्रदेश के विद्यालयों में ऑनलाइन पढ़ाई प्रारंभ हो चुकी है। शिक्षकों को विद्यालय आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को अभी कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए नहीं बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जब केंद्र सरकार से स्पष्ट गाइडलाइन मिलेगी तभी बच्चों को विद्यालयों में बुलाया जाएगा। आनलाइन पढ़ाई के बारे में उन्होंने कहा कि शिक्षक पढ़ाने के साथ विभिन्न माध्यमों या फिर गांवों में जाकर बच्चों की पढ़ाई की मॉनिटरिग करेंगे।