बेरीनाग में ऐराड़ी के जंगल की खूबसूरती में गंदगी का ग्रहण
बेरीनाग में प्रदेश के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में एक चौकोड़ी से लगे ऐराड़ी के जंगल में गंदगी का ग्रहण।
संवाद सूत्र, बेरीनाग: प्रदेश के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में एक चौकोड़ी से लगे ऐराड़ी के जंगल को कुछ स्थानीय लोग ही बर्बाद करने पर तुले हैं। जंगल को लोगों ने कूड़ाघर बना दिया है। जंगल से उठ रही बदबू से यहां आने वाले पर्यटक भी परेशान हैं। वन पंचायत ने प्रशासन से कूड़ा डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाए जाने की मांग की है।
ऐराड़ी क्षेत्र का यह जंगल प्राकृतिक रूप से बेहद संपन्न जंगलों में गिना जाता है। मिश्रित प्रजाति का यह जंगल क्षेत्र के पर्यावरण को भी संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जंगल में तमाम प्राकृतिक जलस्रोतों पर ग्रामीणों के अलावा पशु-पक्षी भी निर्भर हैं। पिछले कुछ समय से स्थानीय व्यापारी और लोग जंगल में कूड़ा डाल रहे हैं। वन पंचायत के अंतर्गत आने वाले जंगल में कूड़े का ढेर लग गया है। कूड़ा अब प्राकृतिक जल स्रोतों तक पहुंचने लगा है। सरपंच देवकी देवी और ग्राम प्रधान भरत गैड़ा ने कहा कि स्थानीय लोग ही स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। कूड़े से वन पंचायत को तो नुकसान हो ही रहा है। क्षेत्र का पर्यावरण भी खतरे में हैं। यहां से गुजरने वाले पर्यटकों को बदबू झेलनी पड़ती है, जिससे पूरे क्षेत्र की साख खराब हो रही है। सरपंच ने जंगल में कूड़ा डालने वालों के खिलाफ अविलंब कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि प्रशासन कार्रवाई करता तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे। उनका कहना है कि एक तरफ शासन-प्रशासन पर्यटकों को पहाड़ों तक लाने की पुरजोर कोशिश कर रही है, वहीं ऐसे हालातों से बिगड़ रही व्यवस्था को ठीक करने के लिए ठोस पहल की जरूरत भी समझी नहीं जा रही।