आपदा में धारचूला की दोनों पेयजल लाइनें ध्वस्त, दस हजार की आबादी को तीन दिन से पेयजल नसीब नहीं
आपदा में पिथौरागढ़ के धारचूला नगर की दोनों पेयजल लाइनें ध्वस्त हो गई है।
धारचूला, जेएनएन : नगर को छूती विशाल काली नदी, चारों तरफ पानी का कहर और त्रिकोणीय सीमा पर स्थित धारचूला नगर की दस हजार की आबादी को विगत तीन दिनों से पीने को पानी नहीं मिल रहा है। नगर की आपूर्ति करने वाली दोनों पेयजल लाइन ध्वस्त हो चुकी हैं। नगर के सात वार्डो के नगरवासी तीन किमी दूर जाकर स्रोत से पानी लाने के बाद प्यास बुझा रहे हैं।
पेयजल को लेकर परेशान नगरवासियों में आक्रोश बना हुआ है। स्थानीय व्यापारी योगेश गब्र्याल का कहना है कि लोग अपने वाहनों से तीन किमी दूर अलधारा से पानी ला रहे हैं जहां पर भीड़ लगी है । दो से तीन घंटे बाद पानी भरने के लिए नंबर आ रहा है। समाज सेवी नंदा बिष्ट का कहना है कि आपदा से पूर्व की तैयारियों को बड़े जोर शोर से प्रसारित किया जाता है। आपदा आते ही सारी पोल खुल जाती है। आपदा के नाम पर धन की बंदरबांट होती है और आपदा पीड़ित अपने रहमोकरम पर रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि आपदा पीड़ितों की समस्याओं का 24 घंटे के भीतर समाधान नहीं किया गया तो समस्त आपदा प्रभावित क्षेत्र में आंदोलन का बिगुल बजाया जाएगा। ========= गलाती गाड़ में जलस्तर बढ़ने से पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो चुकी है। पाइप बह गए हैं। पाइन लाइन की युद्धस्तर से मरम्मत की जा रही है जल्दी ही पेयजल आपूर्ति बहाल हो जाएगी।
- सुरेंद्र थापा, जेई, जल संस्थान धारचूला