सड़क निर्माण की चपेट में आई पेयजल लाइन
नगर से सटे पंडा से देवकटिया एमईएस तक निर्माणाधीन सड़क की चपेट में आकर पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई।
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: नगर से सटे पंडा से देवकटिया एमईएस तक निर्माणाधीन सड़क की कटिंग की चपेट में आने से पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त होने से पंडा क्षेत्र में पेयजल संकट बना हुआ है। शिकायत के बाद भी पेयजल लाइन की मरम्मत नहीं किए जाने से जनता आक्रोशित है।
नगर के धारचूला रोड स्थित पंडा ग्राम पंचायत से देवकटिया के एमईएस तक सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। सड़क निर्माण के दौरान जगह- जगह पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो चुकी है। पिछले दो माह में तीन बार पेयजल लाइन टूटने से पंडा ग्राम पंचायत में पेयजल संकट पैदा हो गया था। 31 अक्टूबर से पेयजल लाइन में जलापूर्ति पूरी तरह ठप है। इस संबंध में सात नवंबर को ग्रामीणों ने गांव में एक आम सभा रखी । सभा में सड़क कटिंग का कार्य कर रहे ठेकेदार को भी बुलाया गया। साथ में एमईएस के अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे।
बैठक में ठेकेदार का कहना था कि क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन की मरम्मत का कार्य विभाग करेगा। दूसरी तरफ यह पेयजल लाइन स्वजल योजना के तहत है जिसकी देखरेख की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत के पास रहती है। इस संबंध में ग्रामीणों ने अपना पक्ष रखा। ग्रामीणों ने पेयजल लाइन का हस्तांतरण, रोड कटिंग की मिट्टी और पत्थर को एक किमी की दूरी पर बने डंपिंग यार्ड में निष्पादित करने, पंडा से देवकटिया जाने वाले मलबे से बंद मार्ग खोलने, पूर्व में हुए सर्व के आधार पर कटिंग करने, वर्तमान में गलत स्थल पर कटिंग से पेड़ कट रहे है। ग्रामीणों ने कहा कि कटे पेड़ पूर्व में ग्रामीणों द्वारा लगाए थे जिसे देखते लकड़ी ग्रामीणों को देने की मांग की गई है।
इस संबंध में ग्रामीणों ने इस आशय का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा था। जिसमें ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए पेयजल लाइन की मरम्मत सहित अन्य बातों पर अमल कराने की मांग की थी। जिलाधिकारी को शिकायत के बाद भी कार्यवाही नहीं होने तथा पेयजल संकट झेल रहे ग्रामीणों ने रोष जताया है। शीघ्र निस्तारण नहीं होने पर आंदोलन की धमकी दी है। ग्राम प्रधान जयश्री नित्वाल, सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह, राजेश कुमार, राम सिंह बिष्ट, शिव सिंह आदि ने शीघ्र मामले का निस्तारण नहीं होने पर समस्त ग्रामीणों प्रदर्शन की चेतावनी दी है।