पांच मैग्नीट्यूट के भूकंप से डोली सीमांत की धरती
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: रविवार दोपहर बाद जिला मुख्यालय सहित अन्य क्षेत्रों में भूकंप का झट
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: रविवार दोपहर बाद जिला मुख्यालय सहित अन्य क्षेत्रों में भूकंप का झटका महसूस किया गया। धारचूला में आठ मिनट बाद भूकंपका दूसरा झटका महसूस किया गया।
रविवार दिन में लगभग 12 बजकर 37 मिनट के आसपास भूकंप का झटका आया। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर पांच मैग्नीट्यूट मापी गई है। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार भूकंप का केंद्र 29.7 उत्तरी अक्षांश और 80.6 पूर्वी देशांतर है। जो उत्तराखंड में भारत नेपाल सीमा है। भूकंप की गहराई दस किमी है। रविवार दिन में दोपहर बाद जब लोग गुनगुनी धूप का आनंद उठा रहे थे अचानक धरती हिलने लगी। दूसरी और तीसरी मंजिलों की छत, बालकनी और घर में कार्य कर रहे लोग भूकंप महसूस होते ही बाहर दौड़ लगा दी। अफरातफरी का माहौल बन गया। अलबत्ता पहली मंजिल में रहने वालों को भूकंप महसूस नहीं हुआ। जिले में गंगोलीहाट और बेरीनाग तहसील क्षेत्रों में भूकंप महसूस नहीं किया गया। पिथौरागढ़, डीडीहाट, धारचूला, बंगापानी और मुनस्यारी में महसूस किया गया। धारचूला में पहले झटके के ठीक आठ मिनट बाद दूसरा झटका आया। तहसील बंगापानी के छिपलाकेदार पर्वतमाला में लगभग सात हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित कनार गांव में भी भूकंप का झटका तेज था। यहां पर लगभग सात सेकेंड तक धरती हिलती रही। ग्रामीण घरों से निकल कर खुले स्थान पर एकत्रित हो गए । भूकंप से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।
जिलाधिकारी सी रविशंकर के अनुसार अभी तक भूकंप से किसी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंच कर भूकंप से हुए नुकसान की जानकारी ली। आइआरएस प्रणाली के समस्त अधिकारियों से किसी भी प्रकार के नुकसान से निपटने हेतु तैयार रहने के निर्देश दिए।
भूकंप के बाद बदला मौसम
पिथौरागढ़: भूकंप के बाद मौसम में भी परिवर्तन आ गया है। सुबह से दोपहर तक चटक धूप खिली थी । भूकंप आने से कुछ समय पूर्व आसमान में हल्के बादल आने लगे थे। भूकंप के बाद आसमान बादलों से घिर चुका है। जिले भर में दहशत बनी है।