बेटियों को मत समझो पराया धन
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : तीलू रौतेली पुरस्कार विजेता हेमा थलाल ने सीमांत क्षेत्र के बलुवाकोट
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : तीलू रौतेली पुरस्कार विजेता हेमा थलाल ने सीमांत क्षेत्र के बलुवाकोट में छात्रों के मध्य जाकर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया। उन्होंने छात्रों को बेटियों के महत्व से अवगत कराते हुए कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ जनांदोलन चलाने की अपील की।
छात्रों को जागरू क करते हुए थलाल ने कहा कि लगातार घट रही बेटियों की संख्या भविष्य में सामाजिक विसंगतियां खड़ी कर सकती हैं। इसके लिए लोगों को अभी से जागरू क होने की जरू रत है। कन्या भू्रण हत्या को जघन्य अपराध बताते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिए। उन्होंने बेटियों को संस्कृति व परंपराओं की संवाहक बताते हुए कहा कि बेटी परिवार, समाज और राष्ट्र को जोड़ती है। संस्कृति की संरचना को जीवित रखने में भी वह महत्वपूर्ण स्थान रखती है। उन्होंने कहा कि बेटियों को कभी भी परायाधन नहीं समझना चाहिए। उन्हें शिक्षित कर आगे बढ़ाना चाहिए। शिक्षा द्वारा ही बेटी रू ढि़वादी परंपरा को तोड़कर समाज में परिवर्तन ला सकती है। इस मौके पर सौरभ, अंशू चंद, यश कापड़ी, करन चौहान, हिमांशु, दीपक, नवीन, जगदीश, हिमांशु, जीवन, अमन आदि शामिल रहे।