जिला प्रशासन आपदा राहत प्रबंधन की तैयारी में जुटा
सीमांत में मौसम के लगातार खराब रहने के कारण प्रशासन ने भी आपदा राहत प्रबंधन के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: सीमांत में मौसम के लगातार खराब रहने के कारण प्रशासन ने भी आपदा राहत प्रबंधन के लिए तैयारी प्रारंभ कर दी है। आपदा आने पर रेस्क्यू के लिए सेना के हेलीपैड उपयोग में लिए जाएंगे। दूरस्थ व दुर्गम क्षेत्र के सभी मार्ग दुरुस्त किए जा रहे हैं। संचारविहीन क्षेत्रों में सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए वी सेट लगाए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने सेना, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, एसएसबी और एसडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर आपदा राहत प्रबंधन की तैयारियों का खाका खींचा। सभी से आपदा राहत प्रबंधन के लिए अभी से तैयारियां प्रारंभ करने को कहा।
शुक्रवार को जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने आपदा राहत प्रबंधन को सेना और अर्द्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में डीएम ने सभी से आपदा राहत प्रबंधन के लिए उपकरण और सामग्री की आवश्यकता के बारे में बताया और कहा कि जिसकी भी आवश्यकता हो उसे तत्काल बताया जाय ताकि उपकरण क्रय किए जा रहे हैं। डीएम ने बताया कि वर्तमान में आपदा राहत एवं बचाव के लिए पेलिकन लाइट, सेटेलाइट फोन, जीपीएस सिस्टम सहित अन्य उपकरण क्रय किए जा रहे हैं। उन्होंने सभी से सामान की सूची मांगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के पास उपयोग में नहीं लाया गया वी सेट है। जिसे आपदा के दौरान उपयोग में लाया जाएगा। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जहां पर संचार सेवा नहीं है वहां पर वी सेट लगाए जा रहे हैं। आपदा में रेस्क्यू की जरूरत पड़ने पर सेना के हेलीपैड उपयोग में लिए जा सकते हैं। इन क्षेत्रों के ट्रैकों की मरम्मत और सुधारीकरण की भी बात की। केंद्रीय लोनिवि को चीन सीमा को जोड़ने वाले दारमा मार्ग के उच्च हिमालयी क्षेत्र में अभी से अतिरिक्त मजदूर तैनात करने को कहा ताकि मार्ग बंद होने पर शीघ्रता के साथ खोला जा सके ।
जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा प्रबंधन की तैयारियों को लेकर शीघ्र जिला स्तर पर माक अभ्यास किया जाएगा। सभी अधिकारियों को अभी से तैयारियां पूर्ण रखने को कहा है । उन्होंने कहा कि आपदा काल से पूर्व तैयारियां सुनिश्चित होने पर ही आपदा राहत कार्य तेजी से हो सकेगा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, एडीएम फिचा राम चौहान सहित सेना, आइटीबीपी, एसएसबी, एसडीआरएफ के अधिकारी उपस्थित रहे।