पिथौरागढ़ में पेयजल समस्या को लेकर गरजे कांग्रेसी
पिथौरागढ़ में पेयजल आपूर्ति सुचारू कराने और वनों में लगी आग बुझाने की मांग को लेकर कांग्रेसियों ने धरना दिया।
जासं, पिथौरागढ़: पेयजल आपूर्ति सुचारू कराने और वनों में लगी आग बुझाने की मांग को लेकर कांग्रेसियों ने दूसरे दिन भी प्रदर्शन करते हुए धरना दिया। जिलाधिकारी के लिखित आश्वासन पर तीन घंटे बाद धरना समाप्त किया गया।
मंगलवार को कांग्रेसजनों ने दूसरे दिन भी कलक्ट्रेट के सम्मुख प्रदर्शन करते हुआ कहा कि बारिश नहीं होने से रबी की फसल सूख चुकी है। पेयजल स्रोत सूख चुके हैं। ग्रामीणों को दूर -दूर से पानी लाना पड़ रहा है। जंगल आग से धधक रहे हैं। वन संपदा नष्ट हो रही है साथ ही ग्रामीण प्रभावित हैं। इस मौके पर जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने , खाद्यान्न की व्यवस्था करने , पेयजल संकट से जूझ रहे ग्रामीणों को पेयजल मंत्री की घोषणा के अनुसार खच्चरों के माध्यम से पानी उपलब्ध कराने की मांग की गई।
धरने पर बैठे कांग्रेसियों ने जिले के प्रमुख रू प से पेयजल संकटग्रस्त क्षेत्रों में जलापूर्ति सुचारू करने की मांग रखी। जिलाधिकारी आनंद स्वरू प ने कांगेसियों को पेयजल संकटग्रस्त क्षेत्रों में पेयजल समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जल संस्थान और पेयजल निगम के अधिशासी अभियंताओं को जिले में पेयजल संकट से जूझ रहे क्षेत्रों तक पानी पहुंचाने के आदेश दे दिए गए हैं। डीएम के आश्वासन पर कांग्रेसियों ने धरना समाप्त किया।
जिलाध्यक्ष त्रिलोक महर के नेतृत्व में खीमराज जोशी, पूर्व विधायक मयूख महर, कैलाश जोशी, भुवन पांडेय, मथुरा दत्त्त जोशी , युंका जिलाध्यक्ष ऋषेंद्र महर , रजत विश्वकर्मा, महिपाल वल्दिया, कमलेश कसनियाल, शंकर खड़ायत , त्रिलोक बिष्ट, शंकर लाल, राजेश शर्मा, मनोज कुमार, शिवम पंत, कार्तिक खर्कवाल, बाब कन्याल, प्रदीप जोशी आदि धरने पर बैठे।