बच्चों और खुद खाएं पोषाहार
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत बुधवार को पोषण मेले का आयोजन हुआ
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत बुधवार को पोषण मेले का आयोजन हुआ। मेले में मौजूद महिलाओं को पोषण का महत्व समझाया गया और सरकार से मिलने वाले पोषाहार का उपयोग स्वयं और बच्चों के लिए करने का आह्वान किया गया।
मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी वंदना ने कहा कि सरकार कुपोषण की समस्या को खत्म करने के लिए गर्भवती, धात्री, कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों को पोषाहार दे रही है। इसके पीछे मंशा है कि महिलाएं और बच्चे घर में बनने वाले भोजन के अतिरिक्त इस पोषाहार का उपयोग करें, लेकिन कई बार महिलाएं इस पोषाहार अपने पति या परिवार के अन्य सदस्यों को परोस देती हैं, इससे महत्वाकांक्षी योजना का लक्ष्य हासिल नहीं हो पाता। उन्होंने महिलाओं से कहा कि जिस व्यक्ति के लिए पोषाहार दिया गया है उसका उपयोग वही करे। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि पोषाहार का लाभ लेने वाले परिवार में वे कभी भी स्वयं भोजन करने के लिए आ सकती हैं और स्वयं देखेंगी की महिलाएं पोषाहार को घर की खाद्य सामग्री में मिलाकर सभी को इसका लाभ तो नहीं दे रही हैं। उन्होंने महिलाओं का बेहतर स्वास्थ के लिए पोषण का महत्व समझाया। पोषण मेले में कनालीछीना ,विण, मूनाकोट की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने स्थानीय स्तर पर उत्पादित होने वाले पोषक पदार्थ मडुवा, भट्ट, चना आदि से व्यंजन तैयार किए। कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी राधिका ह्याकी ने बताया कि जिले में वर्तमान में 20 अति कुपोषित और 71 कुपोषित बच्चे हैं। जिन्हें जल्द ही इस स्थिति से बाहर निकाल लिया जाएगा। मेले के दौरान चिकित्सकों ने महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ की जांच की। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ऊषा गुंज्याल, डिप्टी सीएमओ डा. ऊषा जंगपांगी सहित तमाम बाल विकास अधिकारी मौजूद थे।