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फर्जी दस्तावेज के जरिये किसान क्रेडिट से 25 लाख के फर्जी लोन मामले में दो बैंक प्रबंधकों पर भी कसा शिकंजा

छह वर्ष पूर्व फर्जी दस्तावेजों से तैयार किसान क्रेडिट के जरिए 25 लाख कराने के मामले में एसबीआइ के दो प्रबंधक भी लपेट में आ गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Dec 2021 09:49 PM (IST)Updated: Tue, 21 Dec 2021 09:49 PM (IST)
फर्जी दस्तावेज के जरिये किसान क्रेडिट से 25 लाख के फर्जी लोन मामले में दो बैंक प्रबंधकों पर भी कसा शिकंजा
फर्जी दस्तावेज के जरिये किसान क्रेडिट से 25 लाख के फर्जी लोन मामले में दो बैंक प्रबंधकों पर भी कसा शिकंजा

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: छह वर्ष पूर्व फर्जी दस्तावेजों से तैयार किसान क्रेडिट के जरिए 25 लाख के लोन कराने के मामले में भारतीय स्टेट बैंक के दो प्रबंधक भी लपेट में आ गए है। दोनों प्रबंधकों को पुलिस ने नोटिस जारी कर दिया है।

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भारतीय स्टेट बैंक की घोरपट्टा और डीडीहाट शाखा के ब्रांच मैनेजरों ने डीडीहाट कोतवाली में तहरीर दी थी जिसमें कहा गया था कि वर्ष 2015-16 में बैंक शाखाओं में 25 लोगों के फर्जी दस्तावेज से किसान क्रेडिट बनाकर 25 लाख का फर्जी लोन कराया गया था। पुलिस ने धारा 420, 468 और 471 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर मामले की विवेचना की। इस मामले में दीपक सिंह धर्मशक्तू को पुलिस ने पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया था।

मामले की गहनता से जांच में तत्कालीन शाखा प्रबंधक विशाल कौशल निवासी भजनपुरा दिल्ली, दीपक नागर निवासी बहादुरगढ़ हरियाणा का नाम सामने आया। थाना प्रभारी हिमांशु पंत ने बताया कि दोनों आरोपित को 41(सी) सीआरपीसी को नोटिस जारी किया गया। जिस पर दोनों प्रबंधक डीडीहाट थाने में प्रस्तुत हुए अब उन्हें न्यायालय में प्रस्तुत होना होगा। थाना प्रभारी पंत ने बताया कि विशाल कौशल इस समय दिल्ली एसबीआई में मुख्य प्रबंधक और दीपक नागर नेताजी सुभाष पैलेस ब्रांच नई दिल्ली में तैनात हैं।

======== बुजुर्ग से 50 हजार की ठगी के मामले में एक गिरफ्तार

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: अगस्त माह में सहकारी बैंक में एक बुजुर्ग की मदद के नाम पर 50 हजार की ठगी करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। युवक का खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया गया है।

अगस्त माह में विमल कुमार भट्ट एक लाख 75 हजार की धनराशि बैंक में जमा करने के लिए पहुंचे। उनके पास एक लाख का चैक और 75 हजार रुपये नकद थे। बुजुर्ग विमल ने बैंक में भीड़ अधिक होने के कारण बैंक परिसर में पहले से मौजूद एक युवक से धनराशि जमा करने में मदद मांगी। युवक ने बुजुर्ग का एक लाख का चैक और 25 हजार रुपये नकद खाते में जमा कर दिया और 50 हजार की नगदी लेकर फरार हो गया। पर्ची बुजुर्ग को मिली तो उसमें नकद धनराशि के रू प में मात्र 25 हजार रुपये ही जमा थी।

बुजुर्ग ने कोतवाली में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कोतवाली पुलिस और एसओजी की टीम गठित की। टीम ने बैंक के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। सुराग लगाकर पुलिस टीम ने इस मामले में राजेंद्र भट्ट को दबोच लिया। आरोपित के खिलाफ धारा 406/420 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।


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