पिथौरागढ़ जिले में वापस लौटे अति गरीब 900 लोगों को स्वरोजगार देगा पशुपालन विभाग
कोविड-19 के चलते अपने गृह जनपद में वापस लौटे लोगों को अब बैकयार्ड कुक्कुट पालन योजना से जोड़ा जाएगा।
पिथौरागढ़, जेएनएन : कोविड-19 के चलते अपने गृह जनपद में वापस लौटे लोगों को अब बैकयार्ड कुक्कुट पालन योजना से जोड़ा जाएगा। बुधवार को जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने इसकी शुरू आत की। योजना के तहत अति गरीब की श्रेणी में आने वाले 900 लोगों को मुर्गी पालन के जरिए स्वरोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।
पशुपालन विभाग के बिण स्थिति कुक्कुट फार्म में जिलाधिकारी ने 13 लोगों को 50-50 क्रायलर प्रजाति के चूजे उपलब्ध कराए। इसके साथ उन्हें मुर्गी बाड़े के लिए जाली और दवाएं भी निशुल्क दी गई। मुख्य पशुपालन अधिकारी डॉ. विद्यासागर कापड़ी ने इस अवसर पर कहा कि क्रायलर प्रजाति के कुक्कुट फायेदमंद हैं। बाजार में भारी डिमांड के साथ ही इसके पालन पोषण में बायलर प्रजाति की तुलना में कम खर्च आता है। बायलर को एक माह के भीतर विक्रय करना होता है और बायलर के लिए दाने का खर्च अधिक है। क्रायलर छह माह तक रखा जा सकता है और इसके लिए दाने का खर्च ज्यादा नहीं आता। छह माह बाद यह अंडे भी देने लगता है। मांस और अंडे दोनों से आमदनी प्राप्त की जा सकती है।
उपमुख्य पशुपालन अधिकारी डॉ. पंकज जोशी ने कहा कि स्वरोजगार करने वाले युवाओं का बीपीएल या अन्त्योदय श्रेणी का होना आवश्यक है। बिण फार्म के प्रभारी टीएस खड़ायत ने कहा कि स्वरोजगार के इच्छुक युवा बिण फार्म से मुर्गी पालन की व्यावहारिक जानकारी ले सकेंगे।