आंवलाघाट-गंगोलीहाट सड़क वन अधिनियम से मुक्त, जल्द सड़क का निर्माण शुरू होने की जगी उम्मीद
पिथौरागढ़ की आंवलाघाट-गंगोलीहाट सड़क लंबे समय बाद वन अधिनियम से मुक्त हो गई है।
गंगोलीहाट, जेएनएन : डेढ़ दशक से प्रस्तावित आंवलाघाट-गंगोलीहाट सड़क को एक दशक के लंबे इंतजार के बाद वन अधिनियम से मुक्ति मिल गई है। अब सड़क का जल्द निर्माण हो जाने की उम्मीद है। इस सड़क के बन जाने से गंगोलीहाट और पिथौरागढ़ के बीच की दूरी 20 किलोमीटर कम हो जाएगी।
डेढ़ दशक पूर्व पिथौरागढ़ तहसील के बांस से गंगोलीहाट मुख्यालय तक सड़क प्रस्तावित की गई थी। पिथौरागढ़ तहसील के अंतर्गत बांस से रामगंगा नदी के तट पर स्थित आंवलाघाट तक और गंगोलीहाट से अग्रौन तक सड़क निर्माण की स्वीकृति मिल गई थी। जिसका निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन अग्रौन से आंवलाघाट तक की सड़क वन अधिनियम के पेच में फंस गई, जिसके चलते सड़क लटक गई।
सड़क निर्माण का उद्देश्य गंगोलीहाट तहसील की भैरंग पट्टी के अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांवों को सड़क सुविधा देने के साथ ही पिथौरागढ़ और गंगोलीहाट तहसील मुख्यालय की दूरी को कम करना था। एक दशक के लंबे इंतजार के बाद अब सड़क को वन अधिनियम से मुक्ति मिल गई है। अग्रौन से आंवलाघाट तक सड़क निर्माण के चलते प्रभावित होने वाले वृक्षों और वन भूमि की 102 लाख की क्षतिपूर्ति लोनिवि ने जमा कर दी है। अब इस सड़क के निर्माण की बड़ी बाधा दूर हो गई है। वर्तमान में पिथौरागढ़ से वाया घाट होते हुए गंगोलीहाट पहुंचना होता है, इसके लिए 77 किमी. की दूरी तय करनी होती है। आंवलाघाट गंगोलीहाट सड़क के बन जाने से यह दूरी 57 किमी. रह जाएगी। दो घंटे से भी कम समय में गंगोलीहाट से जिला मुख्यालय पहुंचा जा सकेगा। ========== सड़क की क्षतिपूर्ति की धनराशि लोक निर्माण विभाग ने जमा करवा दी है। अग्रौन से आंवलाघाट तक काटे जाने वाले पेड़ों का निरीक्षण राजस्व और लोनिवि की संयुक्त टीम ने कर लिया है। वन निगम अब पेड़ों के छपान का काम करेगा। इसके बाद सड़क निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।
- वीके सिन्हा, ईई, लोनिवि गंगोलीहाट ======== सड़क का निर्माण हो जाने से गंगोलीहाट से जिला मुख्यालय की दूरी कम हो जाएगी। भैरंग पट्टी के गांवों का विकास तेज होगा। सड़क निर्माण की बाधा दूर हो गई है, अब जल्द से जल्द सड़क निर्माण कार्य पूरा कराया जाएगा।
- मीना गंगोला, विधायक, गंगोलीहाट