नामिक के ग्रामीणों को मनाने में सफल रहा प्रशासन
संवाद सूत्र नाचनी (पिथौरागढ़) सड़क मार्ग से 27 किमी की पैदल दूरी पर स्थित नामिक गांव के ग्रा
संवाद सूत्र, नाचनी (पिथौरागढ़) : सड़क मार्ग से 27 किमी की पैदल दूरी पर स्थित नामिक गांव के ग्रामीणों को मतदान के लिए राजी करने में प्रशासन सफल रहा है। नामिक के ग्रामीणों ने मतदान का लिखित आश्वासन देते हुए अन्य मांगों को लेकर अपना विरोध जारी रखने का निर्णय लिया है।
संचार, सड़क, स्वास्थ्य सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं से वंचित अति दुर्गम और दूरस्थ गांव नामिक के ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार का निर्णय लिया था। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में इस गांव के ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया था। इसके बाद भी गांव तक सड़क, संचार, स्वास्थ्य की सुविधा नहीं मिल सकी है। जिसे लेकर ग्रामीणों ने इस बार भी चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया था। 130 परिवार और छह सौ मतदाता वाले नामिक गांव के ग्रामीणों को मनाने के लिए तहसीलदार मुनस्यारी ललित मोहन तिवारी राजस्व दल के साथ 27 किमी पैदल चल कर गांव पहुंचे।
गुरु वार को मुनस्यारी से चले तहसीलदार देर सायं नामिक गांव पहुंचे। जहां शुक्रवार को उन्होंने ग्रामीणों के साथ बैठक की। बैठक में ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं रखी। ग्रामीणों ने संचार, सड़क, स्वास्थ्य और बागेश्वर और पिथौरागढ़ को जोड़ने वाले पैदल पुल की मांग रखी। तहसीलदार द्वारा उनकी मांगों को वाजिब बताते हुए आश्वासन दिया। इस आश्वासन पर ग्रामीणों ने मतदान करने का लिखित पत्र तहसीलदार को सौंप दिया है। तहसीलदार ने बताया कि बागेश्वर और पिथौरागढ़ को जोड़ने वाला पैदल पुल जर्जर हालत में है। जिसकी रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी को प्रेषित की जा रही है।
नामिक जाने वाले दल में राजस्व निरीक्षक कमल उपाध्याय, दीन दयाल वर्मा, तुलसी देवी, लक्ष्मण सिंह, हयात सिंह, मान सिंह आदि शामिल थे। नामिक के ग्रामीणों के मतदान के लिए मान जाने से प्रशासन को राहत मिली है।