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बेरीनाग में प्रशासन की सूझबूझ से रुके तीन बाल विवाह

पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग में प्रशासन की सूझबूझ से तीन बाल विवाह रोके गए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 11:03 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 11:03 PM (IST)
बेरीनाग में प्रशासन की सूझबूझ से रुके तीन बाल विवाह
बेरीनाग में प्रशासन की सूझबूझ से रुके तीन बाल विवाह

बेरीनाग, जेएनएन : सीमांत जिले में बाल विवाह के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। सब कुछ जानने के बाद भी कई परिजन अपनी नाबालिग बेटियों की शादी करा रहे हैं। बेरीनाग क्षेत्र में प्रशासन की सूझ-बूझ से तीन नाबालिग किशोरियों की शादी रुकवाई गई। दो दिन में जिले में चार बाल विवाह रोके जा चुके हैं।

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स्थानीय प्रशासन को शनिवार को खितोली क्षेत्र में एक नाबालिग किशोरी के विवाह की सूचना मिली। नाबालिग का विवाह 29 नवंबर रविवार को तय था। रविवार सुबह नायब तहसीलदार हिमांशु जोशी के नेतृत्व में राजस्व व पुलिस की टीम नाबालिग के घर पहुंची। घर में शादी की तैयारिया चल रही थीं। इस दौरान जांच-पड़ताल करने पर किशोरी के शैक्षणिक दस्तावेजों में उसकी उम्र 15 वर्ष 6 माह निकली। टीम ने मौके पर ही तत्काल विवाह की तैयारियों पर रोक लगा दी। इसके अलावा प्रशासन की टीम द्वारा क्षेत्र के ही दो अन्य स्थानों पर बाल विवाह की सूचना मिली। यह विवाह 4 दिसंबर व 10 दिसंबर को होने थे। प्रशासन की टीम ने समय रहते दोनों बाल विवाहों को रोक दिया। साथ ही सभी के परिजनों को सख्त हिदायत देते हुए सचेत किया कि अगर इसके बाद भी दोबारा शादी करने की पहल की गई तो सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नायब तहसीलदार जोशी ने कहा कि लड़की के नाबालिग होने पर उसका विवाह कराना कानूनी अपराध है। यदि इसके बावजूद जबरन नाबालिग की शादी की गई तो परिजनों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। टीम में थाना प्रभारी राकेश राय, योगेश कार्की, पूरन गिरी, राजेंद्र भंडारी आदि मौजूद रहे।


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