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70 फीसद आबादी बिना कनेक्शन के पी रहा पानी

रमेश गड़कोटी, पिथौरागढ़: सीमांत जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ की पेयजल व्यवस्थाओं की कमी का बड़

By JagranEdited By: Published: Fri, 25 Jan 2019 06:22 AM (IST)Updated: Fri, 25 Jan 2019 06:22 AM (IST)
70 फीसद आबादी बिना कनेक्शन के पी रहा पानी

रमेश गड़कोटी, पिथौरागढ़: सीमांत जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ की पेयजल व्यवस्थाओं की कमी का बड़ा खुलासा हुआ है। नगर की कुल 70 प्रतिशत आबादी बगैर पेयजल कनेक्शन के ही लंबे समय से पानी पी रही है। मात्र 30 प्रतिशत आबादी ही पेयजल उपभोग का भुगतान सरकार को कर रही है। इस खेल के सामने आने के बाद सकते में आए जल संस्थान ने पेयजल कनेक्शनों की जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आने की उम्मीद है।

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मामला खुलता भी नहीं अगर पिछले दिनों हुई एक प्रशासनिक बैठक में नगर पालिका में पंजीकृत मकान और जल संस्थान के पेयजल संयोजन के आंकड़े पर चर्चा नहीं हुई होती। इस चर्चा के बाद जल संस्थान के कान खड़े हुए। जल संस्थान ने नगर पालिका से पंजीकृत भवनों की संख्या मांगी तो पता चला कि नगर क्षेत्र में बीस हजार भवन हैं, जबकि जल संस्थान ने मात्र 6600 पेयजल संयोजन ही दे रखे हैं। जल संस्थान द्वारा दिए गए इन संयोजनों में भी कई भवनों में एक या दो से अधिक संयोजन लगे हुए और कई व्यावसायिक संयोजन इनमें शामिल हैं। अब इन आंकड़ों का अंतर देखे तो साफ हो जाता है कि करीब 14400 घरों में पेयजल संयोजन ही नहीं हैं। इतनी बड़ी आबादी फिर पानी कहां से पी रही है यह सवाल अब जल संस्थान को परेशान किए हुए हैं। जल संस्थान का मानना है कि अगर कुछ लोगों प्राकृतिक जल स्रोतों या फिर अपने निजी हैंडपंपों से भी जरूरत पूरी कर रहे तो भी कुल मकान और संयोजनों में इतना भारी अंतर नहीं हो सकता है। अधिकारी मान रहे हैं कि कई घरों में अवैध पेयजल संयोजन हो सकते हैं। पेयजल राजस्व के रू प में सरकार को हो रहे भारी घाटे को देखते हुए अब जल संस्थान ने संयोजनों की जांच के लिए कई टीमें मैदान में उतार दी हैं। ये टीमें एक पखवाड़े के भीतर जल संस्थान की टीमें घर-घर जाकर संयोजनों की जांच करेंगी। अवैध संयोजन लगाने वालों पर बड़ी कार्रवाई संभव है। नगर पालिका में पंजीकृत भवनों और जल संस्थान के पेयजल संयोजनों में भारी अंतर चौंकाने वाला है। यह अंतर किसी न किसी स्तर पर गड़बड़ी की और इशारा कर रहा है। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। अवैध संयोजन लगाने वालों को एक मौका दिया जा रहा है। वे अपने संयोजनों को रेगुलर कर लेते हैं तो जुर्माना नहीं लगेगा। टीमों द्वारा पकड़ में आने पर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। अशोक कुमार, अधिशासी अभियंता जल संस्थान पिथौरागढ़ में अब माप कर मिलेगा पानी पिथौरागढ़: पिथौरागढ़ नगर में उपभोक्ताओं को अब माप के आधार पर पानी मिलेगा। अभी तक मनमाना पानी उपयोग करने की छूट थी। जिससे पानी को दुरू पयोग भी होता था। अब पानी को मापने के लिए मीटर लगाए जा रहे हैं। पहले चरण में होटल, रेस्टोरेंट आदि में मीटर लगेंगे। इसके लिए 900 मीटर जल संस्थान को मिले गए हैं। अधिशासी अभियंता अशोक कुमार ने बताया कि दूसरे चरण में घरों में मीटर लगाए जायेंगे। मीटर लग जाने से पानी का दुरू पयोग रुकने के साथ ही राजस्व में भी बढ़ोत्तरी होगी।


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