भवन निर्माण के लिए 3.38 करोड़ की धनराशि स्वीकृत
संवाद सहयोगी पिथौरागढ़ राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में वाणिज्य संकाय की 23 वर्ष पुरानी मांग
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में वाणिज्य संकाय की 23 वर्ष पुरानी मांग शासन ने पूरी कर दी है। संकाय के नए भव निर्माण के लिए 3.38 करोड़ की धनराशि स्वीकृत करते हुए प्रथम किश्त के रू प में 1.37 करोड़ रुपये जारी कर दिए है।
पिथौरागढ़ महाविद्यालय में वर्ष 1974 में वाणिज्य संकाय की स्वीकृति के साथ बीकॉम की कक्षाएं शुरू की गई। वर्ष 1978 में एमकाम की शुरुआत हुई। वर्तमान में महाविद्यालय में 550 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं, लेकिन कक्षाएं आज भी टिनशेड में चल रही हैं। जगह की कमी के चलते छात्र-छात्राओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। महाविद्यालय प्रशासन वर्ष 1996 से वाणिज्य संकाय के लिए अलग भवन बनाए जाने की मांग कर रहा था। इसके लिए लगातार शासन को पत्र भेजे जा रहे थे। महाविद्यालय प्रशासन ने यह मांग प्रदेश के वित्त मंत्री प्रकाश पंत के सम्मुख भी रखी थी। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. डीएस पांगती ने बताया कि वित्त मंत्री के प्रयासों से वाणिज्य संकाय भवन के लिए शासन ने 3.38 करोड़ की धनराशि स्वीकृत हो गई है। शासन ने भवन निर्माण के लिए प्रथम किश्त के रू प में 1.37 करोड़ की धनराशि जारी भी कर दी है। भवन निर्माण का दायित्व उत्तराखंड पेयजल निगम को सौंपा गया है। महाविद्यालय प्रशासन ने भवन निर्माण के लिए धनराशि जारी करने पर वित्त मंत्री का आभार जताया है।