मुनस्यारी के 28 गांव अभी भी अंधेरे में
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: सीमांत तहसील मुनस्यारी में हुई भारी बर्फवारी ने ऊर्जा निगम को इस वर्ष
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: सीमांत तहसील मुनस्यारी में हुई भारी बर्फवारी ने ऊर्जा निगम को इस वर्ष तगड़ा झटका दिया है। निगम को करीब दस लाख की क्षति का अनुमान है। तहसील क्षेत्र में अभी भी 28 गांव अंधेरे में डूबे हुए हैं। विभाग को व्यवस्थाएं पटरी पर लाने में लंबा समय लग सकता है।
सीमांत तहसील मुनस्यारी में हिमपात से बिजली लाइनों और विद्युत पोलों को खासी क्षति पहुंची है। कालामुनी में 33 केवी की लाइनें टूटी पड़ी हैं। दो से तीन फुट बर्फ होने के कारण विभाग टूटी हुई लाइनों को नहीं जोड़ पा रहा है। पांच दिन बाद मुनस्यारी तहसील मुख्यालय को वाया जौलजीवी से बिजली की आपूर्ति शुरू हो पाई है। विभाग ने मुख्यालय में तो आपूर्ति बहाल कर ली है, लेकिन 28 गांव अभी भी अंधेरे में डूबे हुए हैं।
निगम के अधिशासी अभियंता अमित कटारिया ने बताया कि इन गांवों के आसपास काफी बर्फ जमी हुई है। बर्फ पिघलने के बाद भी टूटी हुई लाइनों का ठीक कर पाना संभव होगा। उन्होंने बताया कि विभाग ने बर्फबारी से क्षति का आंकलन शुरू कर दिया है। प्रारंभिक आंकलन में तीन लाख की क्षति की आंकड़ा सामने आया है। इस क्षति में ट्रांसफार्मरों को हुआ नुकसान नहीं जोड़ा गया है। जिले में आधा दर्जन ट्रांसफार्मरों को भी क्षति पहुंची है। क्षति दस लाख तक हो सकती है।
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= इनसेट
मुनस्यारी को अगले साल मिलेगी बिजली संकट से निजात
पिथौरागढ़: मुनस्यारी तहसील को अगले वर्ष तक बिजली संकट से निजात मिलने की उम्मीद है। मुनस्यारी को वर्तमान में पिथौरागढ़ स्थित विद्युत सब स्टेशन से बिजली की आपूर्ति की जाती है। इसके लिए वाया थल होते हुए करीब 220 किमी. लंबी लाइन डाली गई है। बहुत लंबी लाइन होने के कारण ब्रेक डाउन की समस्या आती रहती है। इसे देखते हुए बरम में 220 केवी क्षमता का सब स्टेशन बनाया जा रहा है। जिसका काम शुरू हो चुका है। अधिशासी अभियंता अमित कटारिया ने बताया कि बरम में पावर स्टेशन शुरू हो जाने के बाद मुनस्यारी सहित आस-पास के क्षेत्रों के लिए बिछाई गई लाइनों की लंबाई कम हो जाएगी। इससे लाइनों का देखरेख आसानी से हो सकेगी और लाइनों में ब्रेक डाउन की समस्या भी कम आएगी। मुनस्यारी तहसील थल और जौलजीवी दोनों और से बिजली लाइनों से जुड़ जाएगी। एक लाइन में खराबी आने पर इसे दूसरी ओर से बिजली की आपूर्ति की जा सकेगी।
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इंटरनेट सेवा में व्यवधान से नहीं बन रहे आयुष्मान कार्ड
मदकोट: मदकोट क्षेत्र में इंटरनेट सेवाओं में व्यवधान के चलते आयुष्मान भारत योजना के कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। कम्युनिटी सेंटर संचालकों ने बताया कि नेट की स्पीड बेहद कम है, जिसके चलते कार्ड बनाने का काम ठप है। दूरदराज से कार्ड बनाने के लिए आने वाले लोगों को घंटों इंतजार के बाद खाली हाथ वापस लौटना पड़ रहा है। क्षेत्र के लोगों ने अविलंब नेट सेवा में सुधार की मांग की है।