अधूरे पर्यटक आवास गृहों को पूरा करने के लिए 17 करोड़ की दरकार
संवाद सहयोगी पिथौरागढ़ पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए तमाम दावे सरकार कर रही है लेकिन
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए तमाम दावे सरकार कर रही है, लेकिन स्वीकृत योजनाओं के धन आवंटन में सरकार का हाथ तंग है, जिसके चलते तमाम योजनाएं आधी अधूरी पड़ी हैं। पिछले चार वर्ष से योजनाओं के लिए पैसा जारी नहीं हो रहा है।
पर्यटन नगरी मुनस्यारी में पर्यटक आवास गृह निर्माण के लिए वर्ष 2016 में दस करोड़ की योजना स्वीकृत की गई थी। सरकार ने कार्य शुरू करने के लिए दो करोड़ की धनराशि जारी की। निर्माण में दो करोड़ की धनराशि खर्च हो चुकी है, इसके बाद योजना में कोई धनराशि जारी नहीं हुई है। यही हाल थल मुनस्यारी मोटर मार्ग के नजदीक बिर्थी में बन रहे पर्यटक आवास गृह का भी है। बेहद खूबसूरत बिर्थी झरने के पास बनने वाले इस पर्यटक आवास गृह के लिए 12 करोड़ की योजना बनाई गई है। इसमें से तीन करोड़ की धनराशि सरकार ने जारी की थी। 2015 के बाद इस योजना के लिए भी धनराशि का आवंटन नहीं हुआ है। दोनों ही योजनाएं आधी अधूरी पड़ी हैं। बता दें कि मुनस्यारी तहसील में अप्रैल माह से पर्यटन सीजन शुरू हो जाएगा। हर वर्ष बड़ रही पर्यटकों के आवास के पर्याप्त इंतजाम क्षेत्र में नहीं हैं, जिसके चलते अधिकांश पर्यटकों को लौटना पड़ता है। इस समस्या को देखते हुए ही दो नए पर्यटक आवास गृह स्वीकृत किए गए थे। ========= दोनों पर्यटक आवास गृहों के निर्माण के लिए पांच करोड़ की धनराशि विभाग को प्राप्त हुई थी, जिसे खर्च कर लिया गया है, अब आगे कार्य करने के लिए बजट का इंतजार है। धनराशि मिलते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
- संजय चौहान, ईई, उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम