वन संसाधन प्रबंधन परियोजना से 1300 महिलाओं को मिल रहा स्वरोजगार
लॉकडाउन के दौरान वन संसाधन प्रबंधन परियोजना से पिथौरागढ़ की 1300 महिलाओं को स्वरोजगार मिल रहा है।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: लॉकडाउन के इस दौर में जब तमाम आर्थिक गतिविधियां सिकुड़ रही हैं तब उत्तराखंड वन संसाधन प्रबंधन परियोजना (यूएफआरएमपी) जिले की महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन प्रदान कर रही है। परियोजना के जरिए 1300 महिलाओं को घर बैठे ही रोजगार मिल रहा है। महिलाएं मास्क सिलकर हर रोज 300 रुपये की आमदनी कर रही हैं।
वन संसाधनों के प्रबंधन के लिए चलाई जा रही यूएफआरएमपी परियोजना के तहत जिले में महिलाओं के 107 स्वयं सहायता समूह गठित किए गए हैं। जिनसे 1300 महिलाएं जुड़ी हुई हैं। 70 गांवों में संचालित यह परियोजना लॉकडाउन में महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। वन विभाग ने महिलाओं को टेली कॉन्फ्रेंसिंग और ऑनलाइन वीडियो के जरिए मास्क तैयार करने का प्रशिक्षण दिया। कलस्टर स्तरीय फेडरेशन के जरिए महिलाओं को कपड़ा उपलब्ध कराया गया। महिलाओं ने अब तक 10 हजार मास्क तैयार कर लिए हैं। महिलाओं को हर रोज 300 रुपये कीे आमदनी इस रोजगार से हो रही है। मास्क तैयार करने में जुटी नैकिना गांव की सुनीता देवी ने कहा है कि लॉकडाउन के दौरान यह परियोजना उनके लिए वरदान साबित हुई है। चरमरा गई आर्थिक स्थिति इससे पटरी पर आ गई है। ======== परियोजना के तहत तैयार मास्क वन विभाग में कार्यरत दैनिक श्रमिक, फायर वॉचर, पौधरोपण कार्मिक, वन विभाग, फील्ड स्टाफ के साथ ही पंचायत प्रतिनिधियों को डिमांड पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
- विनय भार्गव, प्रभागीय वनाधिकारी, पिथौरागढ़