इस बार नहीं होगा वैकुंठ चतुर्दशी मेला
गढ़वाल के प्राचीन और ऐतिहासिक वैकुंठ चतुर्दशी मेले पर भी कोरोना महामारी की मार पड़ी है।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: गढ़वाल के प्राचीन और ऐतिहासिक वैकुंठ चतुर्दशी मेले पर भी कोरोना महामारी की मार पड़ी है। कोरोना संक्रमण से बचाव के चलते इस बार श्रीनगर में वैकुंठ चतुर्दशी मेले का आयोजन नहीं होगा।
बुधवार को नगरपालिका अध्यक्ष पूनम तिवाड़ी की अध्यक्षता में पालिका बोर्ड की हुई बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया। पालिका अध्यक्ष और सभी सभासद इस बात पर एकमत थे कि आम जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा सर्वोच्च है। हालांकि वैकुंठ चतुर्दशी के दिन नगरपालिका की ओर से कमलेश्वर क्षेत्र में स्नान घाट पर स्नान के लिए समुचित व्यवस्था कराई जाएगी। परंपरानुसार कमलेश्वर महादेव मंदिर के समीप ही मैदान में बैकुंठ चतुर्दशी के दिन सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें केवल स्थानीय भजन कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी। इस कार्यक्रम में भी कोविड 19 की गाइडलाइन का पालन होगा।
पालिका अध्यक्ष ने कि मेले की जगह इस बार नगरपालिका क्षेत्र के सभी स्कूलों के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड के मेधावी छात्र-छात्राओं को नगरपालिका की ओर से सम्मानित किया जाएगा, जिसके लिए क्षेत्र के सभी स्कूलों से मेधावी छात्रों की सूची ली जाएगी। 29 नवंबर को यह कार्यक्रम पालिका सभागार में होगा। प्रस्तावित ट्रेंचिग ग्राउंड स्थल पर बाउंड्रीवाल बनाने को लेकर पालिका बोर्ड ने 17 लाख रुपये की धनराशि भी स्वीकृत कर दी। एक हेक्टेयर क्षेत्र में यह बाउंड्रीवाल बननी है। नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी ने कहा कि श्रीकोट गंगानाली में बेस अस्पताल से मेडिकल कालेज को जाने वाले टिन शेड मार्ग के पीछे की ओर बस्ती में 22 लाख रुपये की लागत से सड़क का निर्माण कार्य किया जाएगा। पालिका बोर्ड ने इस धनराशि को भी स्वीकृति दे दी है। बैठक में विभोर बहुगुणा, अनूप बहुगुणा, हरि सिंह मियां, हिमांशु बहुगुणा, कु. विनोद मैठाणी, प्रमिला भंडारी, कविता रावत, अनीता गोस्वामी सभासदों के साथ ही मनोनीत सभासद कुशाल सिंह रावत भी मौजूद थे।