तीन संरक्षक और उपाध्यक्ष रामलीला कमेटी से किए गए निष्काषित
बीते शनिवार को दो फाड़ हुई श्री आदर्श रामलीला कमेटी में अब निष्कासन और आरोपों का दौर भी शुरू हो गया है।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: बीते शनिवार को दो फाड़ हुई श्री आदर्श रामलीला कमेटी में अब निष्कासन और आरोपों का दौर भी शुरू हो गया है। रविवार को श्री आदर्श रामलीला समिति की बैठक में समिति के संरक्षक बुद्धिबल्लभ उनियाल, टीसी थपलियाल, प्रह्लाद भट्ट के साथ ही उपाध्यक्ष दीपक उनियाल और कार्यकारिणी के सदस्य सागर अग्रवाल, भानेश असवाल, अतुल उनियाल, नवीन उनियाल, आशीष उनियाल को श्री आदर्श रामलीला कमेटी से निष्कासित कर दिया गया। रामलीला कमेटी के महासचिव मुकेश अग्रवाल ने कहा कि कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र कैंतुरा द्वारा रखे गए इस प्रस्ताव को कमेटी ने सर्वसम्मति से पारित किया। बैठक में कमेटी द्वारा लिए गए चंदे और खर्चे का विवरण भी दिया गया। कमेटी को शहर से एक लाख 15 हजार रुपए की सहयोग धनराशि मिली। 88 हजार रुपए रामलीला मैदान में मंदिर निर्माण को लेकर श्रद्धालुओं से सहयोग धनराशि ली गई। महासचिव मुकेश अग्रवाल ने बताया कि मंदिर निर्माण और मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा तथा पूजा अर्चना में अनुमानित लगभग तीन लाख 15 हजार रुपए का खर्चा आया है। रामलीला मैदान में नए बने राम दरबार मंदिर की देखरेख और पूजा अर्चना का दायित्व रामलीला कमेटी के उपाध्यक्ष पंडित रामकृष्ण पांडे को दिया गया है। संरक्षक जयदेव सडाना की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रवीण अग्रवाल, सुजीत अग्रवाल, रामकृष्ण पांडे, ओमप्रकाश गोदियाल, मुकेश काला, राघव जोशी, दिनेश असवाल, अनिल स्वामी, नागेंद्र कलूड़ा, सुदेश जुगरान, मोहित अग्रवाल, उम्मेद सिंह मेहरा, सुरेंद्र चौहान, कमलेश नैथानी, पुनीत अग्रवाल भी उपस्थित थे।
श्री आदर्श रामलीला कमेटी के दूसरे मोर्चे का जिम्मा संभाल रहे दीपक उनियाल ने कहा कि रामलीला कमेटी के कुल 40 सदस्यों में से 35 से अधिक सदस्य उनके साथ हैं। कमेटी के चार संरक्षकों में तीन संरक्षक अब कमेटी का कार्य संचालन करेंगे। यह तीनों वयोवृद्ध संरक्षक पिछले 25-30 सालों से रामलीला के मुख्य पात्र भी हैं। दीपक उनियाल ने कहा कि श्री आदर्श रामलीला कमेटी से सम्बन्धित सभी पात्र साथ हैं।