थर्मल स्क्रीनिंग भरोसे जांच, कोरोना को न्योता
जागरण संवाददाता कोटद्वार कोरोना संक्रमण काल में गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार में स्थित
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: कोरोना संक्रमण काल में गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार में स्थित कौड़िया चेक पोस्ट की अहमियत काफी बढ़ जाती है। गढ़वाल-बिजनौर सीमा पर स्थित इस चैक पोस्ट में यदि कोरोना संक्रमण जांच में मामूली कोताही भी हो जाए तो कोरोना को पहाड़ चढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। हैरानी की बात यह है कि प्रशासन की ओर से इस पोस्ट पर कोरोना जांच के नाम पर मात्र ह्यूमन इंफ्रारेड थर्मामीटर से थर्मल स्क्रीनिग की जा रही है। चेक पोस्ट पर कोरोना जांच के रैपिड सैंपल लेने की भी कोई व्यवस्था नहीं है।
कोटद्वार की कौड़िया चेक पोस्ट पर यूं तो देश में लॉकडाउन के शुरूआती चरण से ही बाहरी क्षेत्रों से लोग पहुंच रहे हैं। लेकिन, लॉकडाउन का तीसरा चरण पूरा होते ही बाहरी क्षेत्रों से घर वापस आने वालों की तादाद बढ़ गई है। वर्तमान में प्रतिदिन ढाई-तीन हजार लोग बाहरी क्षेत्रों से कौड़िया चेक पोस्ट पर पहुंच रहे हैं, जहां थर्मल स्क्रीनिग जांच के बाद उन्हें सीमा के भीतर प्रवेश दिया जा रहा है। इस दौरान यदि किसी यात्री में यदि हल्के बुखार की भी शिकायत हो तो उसे होम क्वारंटाइन होने की सलाह दी जाती रही है। अलबत्ता, तेज बुखार के मामले में फैसिलिटी क्वारंटाइन अथवा आइसोलेशन में भेजा जा रहा है।
ऐसे में यदि पर्वतीय क्षेत्र में जा रहे किसी व्यक्ति में थर्मल स्क्रीनिग के दौरान कोरोना संक्रमण से संबंधित कोई लक्षण नहीं पाए जाते हैं तो उसका पहाड़ चढ़ना तय है। ऐसे में यदि कोरोना संक्रमण फैलता है तो स्थिति भयावह हो सकती है।
हालांकि, मुख्य चिकित्सा अधिकारी मनोज कुमार बहुखंडी बताते हैं कि पहाड़ आ रहे प्रत्येक व्यक्ति को क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है व ग्राम प्रधान के साथ ही संबंधित आशा कार्यकर्ता सहित अन्य सरकारी मशीनरी से जुड़े लोग क्वारंटाइन किए व्यक्ति पर लगातार नजर रख रहे हैं। सेंटर में किसी भी प्रवासी के बीमार होने पर उसे तत्काल आइसोलेशन सेंटर में भेजने के निर्देश दिए गए हैं।